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Dissidence: मोदी ने चला एक दांव और कर्नाटक में कांग्रेस के खिलाफ खड़ा हुआ उसका ही सहयोगी

बेंगलुरु। पहले टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कांग्रेस और यूपीए के खिलाफ बयान दिया। अब पीएम नरेंद्र मोदी के एक दांव से कर्नाटक में भी कांग्रेस की सहयोगी जनता दल-एस उसके खिलाफ खड़ी हो गई है। जनता दल-एस के नेता और कर्नाटक के पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने कांग्रेस को दगाबाज कह दिया है। एचडी कुमारस्वामी के पिता पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा हैं। देवेगौड़ा ने बीते दिनों मोदी से मुलाकात की थी। जिसके बाद कुमारस्वामी ने कांग्रेस के खिलाफ मीडिया में बयान दिया है। कर्नाटक में विधान परिषद चुनावों में जनता दल-एस के उम्मीदवारों की हार के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि सबको पता है कि कांग्रेस और बीजेपी में आंतरिक गठजोड़ है। उन्होंने आरोप लगाया कि दोनों पार्टियां मिलकर जेडीएस को मिटाने की साजिश रच चुके हैं।

कुमारस्वामी ने ये भी कहा कि कर्नाटक में विधान परिषद के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी का ये गठजोड़ सामने आ गया है और दोनों पार्टियों ने छिपकर समझौता किया और विधान परिषद की 6 सीटों पर मेरी पार्टी को हरवा दिया। बता दें कि कुमारस्वामी ने जब पिछली बार सरकार बनाई थी, तो कांग्रेस ने उनको समर्थन दिया था। यहां तक कि कांग्रेस की मौजूदा अध्यक्ष सोनिया गांधी बेंगलुरु जाकर कुमारस्वामी के शपथग्रहण समारोह में शामिल भी हुई थीं। फिर कुमारस्वामी की सरकार गिर गई। तब भी कुमारस्वामी के दल के नेताओं ने इसकी वजह कांग्रेस के सीएम रहे सिद्धारमैया को बताया था। दरअसल, सिद्धारमैया ने लगातार कुमारस्वामी सरकार के खिलाफ बयान दिए थे।

तो कर्नाटक में जेडीएस और कांग्रेस के बीच मनमुटाव में मोदी के दांव की भी चर्चा कर लेते हैं। पिछले दिनों एचडी देवेगौड़ा को अपने दफ्तर में हाथ पकड़कर लाते और उन्हें बिठाते हुए मोदी की फोटो वायरल हुई थी। इन फोटो में दिख रहा था कि मोदी किस तरह देवेगौड़ा का सम्मान कर रहे थे। यहां तक कि देवेगौड़ा ने मीडिया से कहा था कि वो लोकसभा से इस्तीफा देने वाले थे, लेकिन मोदी ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया था। खास बात ये कि मोदी ने जिस तरह देवेगौड़ा को सम्मान देकर अपने दफ्तर में उन्हें बिठाया, उसके बाद ही देवेगौड़ा के बेटे कुमारस्वामी का कांग्रेस के खिलाफ बयान आया है। इससे पहले ममता बनर्जी ने भी दिल्ली में मोदी से मुलाकात की थी और फिर मुंबई में कहा था कि यूपीए नाम की कोई चीज नहीं है। ममता ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर उनके खिलाफ मोर्चा भी खोला था।

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