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Farmers Protest: आंदोलन खत्म होने के बाद इशारों-इशारों में राकेश टिकैत पर निशाना, ‘जो किसान राजनीति में जाना चाहते हैं वो संयुक्त किसान मोर्चा छोड़ दें

rakesh tikait

नई दिल्ली। ‘जो किसान नेता राजनीति में जाना चाहते हैं, उन्हें इस संगठन को छोड़ देना चाहिए’…ये कहना है अलग अलग किसान संघों के संगठन संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) की कोर समिति के सदस्य दर्शन पाल का। दर्शन पाल ने साफ करते हुए कहा है कि एसकेएम को ‘गैर राजनीतिक’ रहना चाहिए। जिन लोगों का राजनीति में जाने का मन है वो लोग इस संगठन को छोड़ सकते हैं। हालांकि, दर्शन पाल ने किसी का नाम नहीं लिया लेकिन माना जा रहा है उनका ये हमला राकेश टिकैत (Rakesh Tikait News) की तरफ था।

दर्शन पाल के हमले के पीछे राकेश टिकैत को माने जाने का एक कारण ये भी है कि टिकैत पर पहले भी कई बार किसानों के मुद्दे पर राजनीति करने के आरोप लगना है। अक्सर उनके अड़ियल व्यवहार और बयानबाजी को देखने के बाद विरोधी उनपर किसान विरोध होने और राजनीति करने का आरोप लगा चुके हैं। कहा ये भी जाता है कि टिकैत (Rakesh Tikait) किसान आंदोलन के जरिए अपनी राजनीतिक बिसात बिछाना चाहते हैं। ऐसे में अब दर्शनपाल की ये टिप्पणी राकेश टिकैत की ओर ही इशारा कर रही है। लेकिन अब देखना होगा कि इसपर टिकैत की क्या प्रतिक्रिया आती है।

आंदोलन को स्थगित करने के फैसले के बाद की टिप्पणी

दर्शन पाल ने ये टिप्पणी केंद्र की मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के साल भर से चल रहे आंदोलन को स्थगित किए जाने के फैसले के बाद सामने आई है। संगठन की ओर से अगले साल 15 जनवरी को एक बैठक बुलाई है जिसमें ये देखा जाएगा कि क्या सरकार की ओर से उनकी मांगों को पूरा किया है या नहीं। पाल ने कहा, “15 जनवरी की बैठक में यह भी चर्चा होगी कि एसकेएम को राष्ट्रीय स्तर के मोर्चा के रूप में कैसे पेश किया जाए। जो किसान नेता राजनीति में जाना चाहते हैं उन्हें एसकेएम छोड़ देना चाहिए। एसकेएम गैर राजनीतिक रहेगा।”

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