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Russia Ukraine War: परमाणु हमले की धमकी के बाद पीएम मोदी ने लगाया पुतिन को फोन, और फिर…

नई दिल्ली। अगर आपको ऐसा लग रहा हो कि रूस-यूक्रेन के बीच जारी जंग अपने विराम अवस्था में पहुंच चुकी है, तो आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दोनों ही मुल्कों के बीच युद्ध का सिलसिला बदस्तूर जारी है। हालांकि, कुछ दिनों तक रूस की तरफ से हमले रोक दिए गए थे, लेकिन अब खबर है कि रूस ने एक बार फिर से यूक्रेन पर हमलों की बौछार तेज कर दी है, जिसमें यूक्रेन को जान माल का नुकसान हो रहा है। इतना ही नहीं, रूस ने यूक्रेन के विरुद्ध अपनी आक्रमकता बढ़ाते हुए परमाणु हमले की भी धमकी दे दी है। ध्यान रहे, अगर परमाणु हमला किया जाता है, तो यह कई अन्य देशों के लिए नुकसान का सबब साबित हो सकता है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि पुतिन द्वारा यूक्रेन पर परमाणु हमले की धमकी देने के बाद भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक्शन मोड में आ चुके हैं। उनकी सक्रियता अपने चरम पर पहुंच चुकी है।

उनकी सक्रियता का ही परिणाम था कि आज पीएम मोदी ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन से फोन पर वार्ता की और उनसे दोनों ही देशों के बीच शांति बनाए रखने की अपील की। ध्यान रहे, प्रधानमंत्री मोदी की तरफ से रूस के राष्ट्रपति तो कहा गया कि दोनों ही मुल्कों के बीच वार्ता और कूटनीति को आगे बढ़ाना होगा। इसके साथ ही उन्होंने जी -20 की कमान भारत के हाथों में आने को लेकर भी पुतिन से वार्ता की। पीएम मोदी ने कहा कि पुतिन ने उर्जा, सुरक्षा और निवेश की समीक्षा की है। ध्यान रहे, दोनों ही राष्ट्रध्यक्षों के बीच हुई इस वार्ता की पुष्टि किसी और ने नहीं, बल्कि रूसी विदेश मंत्रालय ने की है। अब ऐसी स्थिति में आगामी दिनों में रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

ध्यान रहे, पीएम मोदी कई बार रूस यूक्रेन के बीच जारी जंग को ध्यान में रखते हुए शांति की अपील कर चुके हैं। इससे पहले प्रधानमंत्री ने संघाई सहयोग संघठन में भी युद्धाग्रस्त देशों से शांति रखने की अपील की थी। उन्होंने कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं है। लिहाजा दोनों ही देशों के लिए उचित रहेगा कि युद्ध के मार्ग से विमुख होते हुए शांति का मार्ग प्रशस्त करें। इसी में सभी का हित निहित है, लेकिन वर्तमान में दोनों ही देश आक्रमक अंदाज में नजर आ रहे हैं। ऐसी स्थिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किरदार देवदूत सरीखा है।

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