नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में इन दिनों पानी की किल्लतों का सामना करना पड़ रहा है। हालत ये हो गई है कि, पानी का टैंकर देख लोग अपना कामकाज छोड़कर दौड़े जाते हैं। दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में लोग अपनी जान जोखिम में डालकर पानी की बूंद के लिए दौड़ पड़ते हैं। पानी की किल्लतों के बीच नई दिल्ली नगर निगम पर आरोप लगते रहे हैं कि लोगों को हो रही असुविधाओं के पीछे NDMC ही कारण है। वहीं NDMC को लेकर दिल्ली सरकार के लोगों का कहना होता है कि, एनडीएमसी दिल्ली के सरकार के अधीन नहीं आती। इसको लेकर सोमवार को कांग्रेस के दिग्गज नेता और और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन ने एक ट्वीट में बताया कि दिल्ली का नगर निगम दिल्ली सरकार के अधीन आता है। अजय माकन ने अपने ट्वीट में कहा कि, दिल्ली के मुख्यमंत्री को मेयर जैसी अध्यक्षता करने का अधिकार दिया गया है।
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “किसी ने कहा-NDMC केजरीवाल के आधीन नहीं- Chanakya Puri झुग्गियों में पानी के लिए जान जोखिम में डालने वाली तस्वीरों के लिए वो जिम्मेदार नहीं यह गलत है! 2010-कानून बदल कर-मुख्यमंत्री को मेयर जैसे ही NDMC मीटिंग की अध्यक्षता का अधिकार दे दिया गया तब मैं गृह राज्य मंत्री था!”
किसी ने कहा-NDMC केजरीवाल के आधीन नहीं-
Chanakya Puri झुग्गियों में पानी के लिए जान जोखिम में डालने वाली तस्वीरों के लिए वो जिम्मेदार नहींयह गलत है!
2010-कानून बदल कर-मुख्यमंत्री को मेयर जैसे ही NDMC मीटिंग की अध्यक्षता का अधिकार दे दिया गया
तब मैं गृह राज्य मंत्री था!
देखें ? pic.twitter.com/yRUL5I5B20— Ajay Maken (@ajaymaken) June 14, 2021
बता दें कि अजय माकन ने अपने ट्वीट के साथ कुछ कागजात भी शेयर किए हैं, जिसमें दिल्ली नगर निगम को लेकर दिल्ली मुख्यमंत्री के अधिकारों में संशोधन की बात कही गई है। ऐसे में साफ है कि दिल्ली नगर निगम को लेकर हमेशा केंद्र के पाले में गेंद डाल देने दिल्ली की जनता को अधर में छोड़ देने के बराबर है। क्योंकि दिल्ली सीएम को 2010 में ही इसके निहित शक्तियां दे दी गईं थीं।