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Assam Election: असम में दहाड़े अमित शाह, कहा- कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन, असम को घुसपैठियों का अड्डा हम नहीं बनने देंगे

Amit Shah Assam

नई दिल्ली। 5 राज्यों में चुनावी घमासान जारी है। असम में भी विधानसभा चुनाव का प्रचार जारी है। यहां पहले चरण का मतदान हो चुका है और कल दूसरे चरण के लिए यहां वोटिंग होनी है। वहीं असम में आज अमित शाह ने कई रैलियों को संबोधित किया और जमकर कांग्रेस और बदरुद्दीन अजमल पर बरसे। यहां रैलियों में अमित शाह ने असम की अस्मिता का मुद्दा भी उठाया। अमित शाह ने यहां कहा कि हमने कहा था कि हम असम में हिंसा का युग समाप्त करके शांति स्थापित करेंगे। हमने बोडोलैंड समझौता किया है, और समझौते के तहत दो तिहाई वादे 6 महीने में पूरे कर दिए हैं।

उन्होंने इसके साथ ही कहा कि भाजपा की सरकार नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में बनाइए हम आंदोलन मुक्त असम बनाकर देंगे। मैंने कहा था भाजपा और असम गण परिषद की सरकार बनाइए, हम एक विकसित असम आपको देंगे। आज तीनों वादे पूरा करके आज भाजपा आपका आशीर्वाद मांगने यहां आई है। पांच वर्ष पहले मैं इसी क्षेत्र में आया था तब मैंने कहा था कि भाजपा और असम गण परिषद की सरकार बनाकर दीजिए, हम आतंकवाद मुक्त असम बनाकर देंगे।

अमित शाह ने आगे कहा कांग्रेस कभी भी हिंसा, आतंकवाद और आन्दोलन समाप्त करना नहीं चाहती थी। हमने डबल इंजन सरकार के माध्यम से असम को विकास के रास्ते पर ले जाने का काम किया है। मोदी जी ने असम के विकास के लिए ढेर सारे काम किए हैं। ब्रह्मपुत्र नदी पर 6 ब्रिज बनाए, तेल क्षेत्र के विकास के लिए 46 हजार करोड़ रुपये दिए हैं। उन्होंने कहा कि असम का गौरव गैंडों का काजीरंगा के जंगलों में घुसपैठिए शिकार करते थें। हमारी सरकार ने काजीरंगा की भूमि को घुसपैठियों से मुक्त कराकर गैंडों के शिकार को रोकने का काम किया है।

अमित शाह इन रैलियों में जमकर कांग्रेस के सहयोगी बदरुद्दीन अजमल पर बरसे। उन्होंने कहा कि कल तो बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि सरकार की चाबी मेरे पास है, मैं जैसे चाहूंगा वैसे सरकार चलाऊंगा, जिसको चाहूंगा उसको मंत्री बनाऊंगा। अरे बदरुद्दीन, सरकार की चाबी आपके हाथ में नहीं है, असम की जनता के हाथ में चाबी है। कान खोलकर सुन लो बदरुद्दीन, असम को घुसपैठियों का अड्डा हम नहीं बनने देंगे। आपको उखाड़ कर फेंकने का काम भाजपा करेगी।

उन्होंने आगे कहा कि आज असम भारत में हैं, तो इसका एकमात्र कारण है गोपीनाथ बोरदोलोई जी। अगर गोपीनाथ जी न होते तो आज असम भारत में न होता। इसके साथ ही राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अमित शाह ने कहा कि आजकल राहुल बाबा असम में पर्यटन पर निकले हैं। राहुल बाबा ने एक बात कही कि असम की पहचान बबदरुद्दीन अजमल हैं। बदरुद्दीन अजमल असम की पहचान हो सकते हैं क्या? उन्होंने आगे कहा हमने 5 साल भ्रष्टाचार मुक्त शासन दिया। एक पारदर्शी सरकार चली। आज हमारे विरोधी भी हम पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकते। पांच साल से असम आंदोलन से मुक्त हो गया है। इसका कारण देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास का मंत्र है।

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