News Room Post

अब नहीं चलेगी आनंद विहार से कोई ट्रेन, कोरोना अस्पताल में तब्दील हो गया स्टेशन

नई दिल्ली। दिल्ली में बढ़ते मरीजों की संख्या केंद्र व राज्य सरकार के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। इसको देखते हुए कोरोना मरीजों के इलाज के लिए आनंद विहार रेलवे स्टेशन को कोरोना अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है। बता दें कि कोरोना मरीजों के इलाज के लिए आनंद विहार रेलवे स्टेशन पर 200 ​कोच लगाए जाएंगे।

स्टेशन को कोरोना अस्पताल में बदले जाने से इस स्टेशन पर रेल सेवाओं को पूरी तरह से रोक दिया गया है।  जानकारी के मुताबिक 8000 कोरोना मरीजों के लिए बेड मुहैया कराने वाले इन नए आइसोलेशन वार्डों में से कुल 500 दिल्ली में तैनात किए जाने हैं, जिनमें से 59 पहले से ही शकूरबस्ती में लगाए जा चुके हैं।

इसको लेकर उत्तर रेलवे के मुख्य पीआरओ दीपक कुमार ने बताया कि कोचों को आनंद विहार स्टेशन के प्लेटफार्मों वाले हिस्सों में ही लगाया जाएगा। यही कारण है कि यहां से चलने वाली सभी ट्रेनों को अब दिल्ली जंक्शन रेलवे स्टेशन की ओर मोड़ दिया गया है। उत्तर रेलवे ने मार्च के अंतिम सप्ताह में केंद्रीय रेल मंत्रालय को इस संबंध में एक कोच बनाकर दिखाया था, जिसके बाद इस मॉडल को रेलवे के अन्य जोन ने भी बनाना शुरू कर दिया था।

कोरोना से छिड़ी लड़ाई में रेलवे भी अपनी तरफ से कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है। गौरतलब है कि उत्तर पश्चिम रेलवे ने 266 में से 150 ​पुनर्निर्मित कोचों को राजस्थान के दिल्ली भेजने की तैयारी पूरी कर ली है। उत्तर पश्चिम रेलवे अभय शर्मा ने बताया कि हमारी तरफ से सभी कोच बनकर तैयार हैं। उन्होंने कोच में किए गए बदलाव के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि कोच की बर्थ में बदलाव किया गया है। इसके साथ शौचालय के डिजाइन को भी बदला गया है। इनमें जरूरी मशीनों के लगने के अलावा सभी कोच में पारदर्शी पर्दे लगाए गए होंगे। इसके साथ ही मरीजों को गर्मी से बचाने के लिए कोच की छत पर गर्मी रोकने वाला पेंट लगाया गया है।

ऐसे कोच को लेकर जानकारी देते हुए कुमार ने बताया कि 59 ऐसे कोच पहले से ही शकूरबस्ती में इस्तेमाल किए जा रहे हैं, 200 को आनंद विहार में रखा जाएगा। इसके साथ ही उत्तर रेलवे उन स्थानों की भी तलाश कर रही है जहां पर 250 अन्य कोच को रखा जा सकता है। कुमार ने कहा, वर्तमान में हमारी बिस्तर की क्षमता लगभग 4,000 के करीब है। उन्होंने बताया कि कोच में तकिए का कवर और बिस्तर सामग्री जैसी बुनियादी फिटिंग भारतीय रेलवे द्वारा दी जाएगी, ज​बकि चिकित्सा कर्मचारी और उपकरण दिल्ली सरकार की जिम्मेदारी होगी।

Exit mobile version