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Rajya Sabha Election: राजस्थान, हरियाणा में नाराज विधायक बिगाड़ेंगे कांग्रेस का खेल, बागी बोले- बाड़ेबंदी में नहीं रहेंगे

sonia rahul

नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को एक बार राज्यसभा चुनावों में क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है ऐसे में पार्टी अपने विधायकों को छुपाने में लगी हुई है। इस खतरे को भांपते हुए पार्टी ने अपने विधायकों को जयपुर से करीब 400 किलोमीटर दूर उदयपुर में पहुंचा दिया है।  बता दें, हरियाणा और राजस्थान दोनों ही राज्यों में बीजेपी ने निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन देकर कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ाने में लगी है। ऐसे में कांग्रेस ने भी राज्यसभा की बाजी जीतने के लिए विधायकों को छुपाने के अपने पुराने पैतरे पर दांव लगाया है।

हमें पिंजरे में रहना पसंद नहीं है- कांग्रेस विधायक

10 जून को होने जा रहे राज्यसभा की चार सीटों के लिए होने जा रहे चुनाव से पहले राजस्थान में एक असंतुष्ट मंत्री समेत पांच विधायकों ने एक बार फिर पार्टी की परेशानी बढ़ाने का काम कर दिया है। कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा और बसपा के टिकट पर चुनाव जीतकर कांग्रेस में शामिल होने वाले राजेंद्र गुढ़ा, संदीप यादव, वाजिब अली और लखन मीणा कांग्रेस पार्टी द्वारा विधायकों के लिए बनाई गई बाड़ाबंदी में नहीं पहुंचे हैं। राजेंद्र गुढ़ा और संदीप यादव ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि उन्हें पिंजरे में रहना पसंद नहीं है, ऐसे में वो बाड़ेबंदी में नहीं जाएंगे। आने वाले 5 दिन तक उन्हें जहां जाना होगा वहां जाएंगे और रहेंगे।

राज्य सरकार पर लगाया है आरोप

इन नाराज विधायकों ने राज्य सरकार पर सही व्यवहार नहीं करने का आरोप लगाया है। वाजिब अली और गुढ़ा का कहना है कि वो मतदान करेंगे या नहीं इसे लेकर अभी उन्होंने फैसला नहीं किया है। खबर सामने आ रही है कि गुढ़ा, जूनियर मंत्री रैंक और उन्हें दिए गए पोर्टफोलियो (पंचायती राज और ग्रामीण विकास) से नाराज हैं।

राजस्थान में कांग्रेस को 15 और विधायकों की जरूरत

राजस्थान में अभी कांग्रेस पार्टी के पास 108 विधायक हैं। पार्टी ने यहां से अपने 3 उम्मीदवारों को  उतारा है। अपने इन तीनों उम्मीदवारों को जीताने के लिए उसे निर्दलीय और छोटे दलों समेत 15 और विधायक के समर्थन की जरूरत है। वहीं, दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी ने दूसरी सीट के लिए निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष चंद्रा का समर्थन कर चुनाव को मजबूर कर दिया है। अब 4 सीटों के लिए 5 उम्मीदवार कतार में हैं। भाजपा के पास फिलहाल 71 विधायक हैं और ऐसे में वो एक सीट जीतने के लिए तैयार है। इसके बाद उसके पास अतिरिक्त 30 वोट बचे रहेंगे। एक और सीट जीतने के लिए आवश्यक 41 में से 11 कम। ऐसे में अगर बागी विधायक कांग्रेस को झटका देते हैं तो पार्टी का समीकरण खराब हो सकता है।

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