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Sidhu’s dig at Channi: CM चन्नी के लिए अपशब्द! सत्ता की चाहत में ये क्या बोल गए नवजोत सिंह सिद्धू,… वीडियो हुआ वायरल

नई दिल्ली। बेशक, लखीमपुर कांड के बहाने तमाम सियासतदान अपनी सियासत चमकाने में मसरूफ़फ हों, लेकिन इसी बहाने उनके बीच के कलह भी उभर कर सामने आ रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वे पंजाब के नवनियुक्त मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए नजर आ रहे हैं। सिद्धू द्वारा इस्तेमाल किए गए अपशब्दों की वजह से ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी  तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें लोग अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। दरअसल, सिद्धू ने अपशब्दों का इस्तेमाल चन्नी के लिए उस वक्त किया, जब वे लखीमपुर जाने के क्रम में किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे थे। किसानों के इस काफिले में चन्नी को आने में देरी हो गई, जिससे खफा हुए सिद्धू को अपने साथ मौजूदा लोगों से उनके बारे में पूछताछ करने पर पता चला कि उन्हें आने में देर हो जाएगी, जिससे खफा हुए सिद्धू का पारा गरमा गया और न ही उन्होंने आव देखा न ताव सीधा चन्नी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा कि ये कांग्रेस की नइया डुबाएंगे।

हम इतनी देर से उनका इंतजार कर रहे हैं। इससे साफ जाहिर होता है कि आने वाले 2022 विधानसभा चुनाव में ये कांग्रेस की नौका डुबा कर ही दम लेंगे। अब ऐसे में उनका यह वीडियो अभी खासा चर्चा में हैं। किसी राजनेता का अपने दल के लिए इस तरह से  सार्वजनिक मंच से अपशब्दों का इस्तेमाल करना कितना उचित है। यह तो आने वाले चुनाव में पता चलेगा, लेकिन फिलवक्त तो सभी तमाम सियासी सूरमा आगामी 2022 के चुनाव से पहले लखीमपुर प्रकरण का पूरा सियासी फायदा उठान की जुगत में लगे हैं। इसी क्रम में सिद्धू के किसान आंदोलन का काफिला भी लखीमपुर जाने के लिए रवाना हुआ, तो उन्होंने अपने सियासी सहयोगी उर्फ चन्नी के लिए ऐसे शब्दों का उपयोग किया।

अपनी ही पार्टी में अपने ही लोगों से बगावत पर उतर चुके सिद्धू अब किसी को भी बख्शने के मूड में नजर नहीं आ रहे हैं। बीते दिनों कैप्टन के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले सिद्धू अब चन्नी पर जिस तरह से हर मसले को लेकर बरसते हुए नजर आ रहे हैं, उसका आने वाले चुनाव में क्या कुछ असर पड़ता है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि प्रदेश के सियासत में इस बात को लेकर ऊहांपोह का बाजार गरमा चुका है कि आने वाले चुनाव में कांग्रेस किसे मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में खड़ा किया जाता है।

जहां एक तरफ सिद्धू सीएम बनने का ख्वाब पाले हुए थे तो वहीं कांग्रेस को चन्नी को मुख्यमंत्री बना कर गुरू का पूरा प्लान ही चौपट करके रख दिया है। उधर, कैप्टन तो पहले से ही ऐलान कर चुके हैं कि चाहे को कुछ भी हो जाए, मैं सिद्धू को सीएम की कुर्स पर विराजमान नहीं होने दूंगा। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर सिद्धू के नेतृत्व में कांगेस चुनाव लड़ेगी तो 10 सीट भी नहीं जीत पाएगी। अब ऐसे में आगे चलकर पंजाब की सियासी बिसात क्या रूख अख्तियार करती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।

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