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Live: राज्यसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा, जानें किसे मिली कितनी सीटें

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नई दिल्ली। चुनाव चाहे लोकसभा का हो या विधानसभा या फिर राज्यसभा का। लोगों के जेहन में उनके नतीजों को जानने की आतुरता हमेशा ही अपने चरम पर देखने को मिलती है। आखिर हो क्यों न, क्योंकि भारत ठहरा एक लोकतांत्रिक देश, जहां स्थानीय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक के रहनुमाओं के विधिवत चयन का अंतिम अधिकार, अगर किसी के पास है, तो वो है यहां की जनता। अब इसी कड़ी में आज यानी की शुक्रवार को राज्यसभा के नतीजों की घोषणा हो गई और यह पता लग गया कि आखिर किसने किसको पटखनी दी है। आइए, आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।

जानें, किसने किसको दी पटखनी

आपको बता दें कि देश की सर्वाधिक पुरानी पार्टी और अपनी वजूद की लड़ाई से जूझ रही कांग्रेस के खाते में महज 3 सीटें ही आई हैं। वहीं, हर राज्यों में अपनी विस्तार करने में जुटी बीजेपी के खाते में अब तक 1 सीटें ही आई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरेजवाला और वासनिक व प्रमोद तिवारी हुए विजयी घोषित किए गए हैं। इसके अलावा बीजेपी के घनश्याम तिवारी विजयी घोषित किए गए हैं। उधर, निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले सुभाष चंद्रा को हार का सामना करना पड़ा है।

ध्यान रहे कि आज यानी की शुक्रवार को 16 राज्यसभा सीटों पर चुनाव मुकम्मल हुए हैं, जिसे लेकर विभिन्न तरह की गतिविधियां देखने को मिली हुई है, लेकिन इस बीच ऐसा बहुत कुछ हुआ है, जिसने पूरे देश के सियासी जमात का ध्यान अपनी ओर खींचा है। राजस्थान में धौलपुर से बीजेपी की विधायक शोभा रानी कुशवाहा पर कांग्रेस कैंडिडेट प्रमोद तिवारी को वोट देने का आरोप है। इसके अलावा बीजेपी की सिद्धी कुमारी ने बीजेपी समर्थित उम्मीदवार सुभाष चंद्रा को वोट न देकर घनश्याम तिवाड़ी को वोट दिया है, जिसकी वजह से उन्हें हार का मुंह तक देखना पड़ गया। इतना ही नहीं,  चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग के भी आरोप लगे हैं।

उधर, हरियाणा की बात करें, तो 90 से 89 विधायकों ने वोट डाला है। हालांकि, निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने वोट न देने का ऐलान किया था। लेकिन उन्होंने अभी तक कोई वोटिंग नहीं की। वहीं,  केंद्रीय मंत्री मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने कहा, “बीजेपी का डेलिगेशन आयोग से मिला. महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में गोपनीयता का उल्‍लंघन हुआ है. हमने चुनाव अधिकारी और ऑब्ज़र्वर को शिकायत की है. आयोग मतगणना रोके और नियमों के अनुसार कार्रवाई करे। बता दें कि मुख्तार को इस बार राज्यसभा से टिकट नहीं दिया गया है। वहीं, कर्नाटक की राज्यसभा की चार सीटों पर बीजेपी का कमल खिला है। लेकिन, इस बार कांग्रेस ने भी मजबूत स्थिति में देखने को मिली है। ध्यान रहे कि इससे पहले भी राज्यसभा चुनाव  को लेकर क्रॉस वोटिंग के आरोप लगते रहे हैं।

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