गुवाहाटी। भगवान कृष्ण और रुक्मिणी के अलावा धृतराष्ट्र और गांधारी की शादी को लव जिहाद बताने वाले असम कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने माफी मांगी है। भूपेन बोरा ने असम के गोलाघाट में तिहरे हत्याकांड पर प्रतिक्रिया देते हुए लव जिहाद को लेकर विवादित बयान दिया था। असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा समेत सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर उनको आड़े हाथ लिया था। मामला अपने और कांग्रेस के खिलाफ जाते देखकर भूपेन बोरा ने अपने विवादित बयान पर माफी मांगना उचित समझा। गोलाघाट की वारदात पर पहले असम के सीएम हिमंत बिस्व सरमा ने लव जिहाद संबंधी बयान दिया था। जिस पर भूपेन बोरा की प्रतिक्रिया आई थी।
माफी मांगते हुए अब भूपेन बोरा ने कहा कि उनके दादाजी सपने में आए और कहा कि बयान गलत है। इससे लोगों को ठेस पहुंची है। बोरा ने कहा कि प्रार्थना के कमरे में दीपक और पान के साथ सुपारी चढ़ाकर उन्होंने भगवान से माफी मांगने का फैसला किया। साथ ही ये भी कहा कि वो इसलिए ऐसा नहीं कर रहे कि बीजेपी या सीएम से डरते हैं। असम कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि मेरे बयान से लोगों और वैष्णवों को चोट पहुंची है। उन्होंने कहा कि सीएम को चाहिए कि वो मुझे पुलिस मुठभेड़ में मारने को कहें। मैं जीवन कुर्बान करने के लिए तैयार हूं। इससे पहले भूपेन बोरा के विवादित बयान पर भारतीय जनता युवा मोर्चा (बीजेवाईएम) ने उनपर केस भी दर्ज कराया था।
‘চৰাই মৰে ৰৈ, মানুহ মৰে কৈ’। অৱশেষত শুভবুদ্ধিৰ উদয় হ’ল ভূপেন বৰাৰ৷ সপোনত ককাদেউতাকে দিয়া নিৰ্দেশ মতেই ক্ষমা খুজিলে ভূপেন বৰাই৷ মহাভাৰত, ভগৱান কৃষ্ণক লাভ জেহাদৰে ৰিজাই অনুতপ্ত ভূপেন বৰা।#bhupenborah #apcc #himantabiswasarma #lovejihad #dy365 pic.twitter.com/eTNbCuxhJL
— DY365 (@DY365) July 28, 2023
भूपेन बोरा ने कहा था कि प्रेम और युद्ध में सब जायज है। उन्होंने कहा था कि प्राचीन ग्रंथों में ऐसे कई किस्से हैं। भूपेन बोरा ने उदाहरण देते हुए कहा था कि कृष्ण का रुक्मिणी के साथ भागना भी इनमें शामिल है। इसके अलावा असम कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा ने कहा था कि महाभारत का मूल क्या है। गांधारी का परिवार धृतराष्ट्र से शादी नहीं करवाना चाहता था, लेकिन भीष्म पितामह ने दोनों में जबरन शादी करा दी। बाद में मामा शकुनि ने बदला लिया। भूपेन बोरा ने इसे भी लव जिहाद बता दिया था। असम कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा था कि सीएम सरमा को आज के वक्त विभिन्न धर्मों और समुदायों के बीच शादी का राग नहीं अलापना चाहिए। इस पर हिमंत बिस्व सरमा ने कहा था कि धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ नहीं करना चाहिए। अगर किसी ने केस दर्ज कराया, तो गिरफ्तारी होगी।