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Tokyo Olympics: ओलंपिक खिलाड़ियों के पोस्टर तो लगवाए, लेकिन नहीं की कोई मदद, इस खिलाड़ी ने खोली केजरीवाल सरकार की पोल!

olympics poster

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में इस बार भारत ने शानदार प्रदर्शन किया। देश ने ओलंपिक में इस बार इतिहास रचते हुए 7 मेडल जीते। जिसमें एक स्वर्ण, दो रजत पदक और 4 कांस्य पदक सहित कुल सात पदक हैं। जो कि भारत का अबतक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। वहीं टोक्यो ओलंपिक में भारत का नाम रोशन करने वाले पदकवीरों जब अपने घर लौटे तो उनका जोरदार स्वागत किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद भारत को पदक दिलाने वाले के साथ-साथ सभी खिलाड़ियों का उत्साह बढ़ाते दिखे। पीएम मोदी ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाले फोन कर उनकी जमकर तारीफ भी की। एक तरफ जहां ओलंपिक जाने से पहले भी पीएम मोदी ने खिलाड़ियों से बात की और उन्हें हर मुमकिन मदद का भरोसा दिलाया। जिसे उन्होंने पूरा भी किया। भारत सरकार लगातार युवाओं में खेल का बढ़ावा देने की कोशिश कर रही है। वहीं दूसरी ओर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अपनी राजनीति चमकाने के लिए टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले दिल्ली के एथलीटों के पोस्टर हर जगह लगवाए। लेकिन इन सबके अलग दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों की आर्थिक मदद नहीं की। इसका खुलासा खुद खिलाड़ी सार्थक भांबरी ने किया है।

सार्थक भांबरी ने दिल्ली सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, दिल्ली सरकार कभी मेरी मदद के लिए नहीं आई। साथ ही मुझे कभी कोई आर्थिक मदद नहीं दी। सार्थक ने आगे बताया कि, मैंने कहीं देखा है कि ओलंपिक के लिए होर्डिंग और पोस्टर पर करोड़ों खर्च किए। यहां तक कि अगर उन्होंने हमें ओलंपिक में जाने से महीनों पहले हमारी तैयारियों के लिए 10-15 फीसदी भी दिया, तो हम इसे अपने प्रदर्शन पर अच्छे इस्तेमाल के लिए इस्तेमाल कर सकते थे।

गौरतलब है कि इस बार टोक्यो ओलंपिक में देश के 127 खिलाड़ियों में से पांच खिलाड़ी दिल्ली के थे। दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाडियों के पोस्टर हर जगह लगवाए थे, इन पोस्टरों में टेबल टेनिस स्टार मनिका बत्रा, शूटर दीपक कुमार, अमोज जैकब, सार्थक भांबरी और सुमित नागल की तस्वीरें लगाई गई थी जिसमें लिखा था, ‘दिल्ली बोले जीत के आना’।

सार्थक भांबरी ने दी सफाई-

इस बीच सार्थक ने मीडिया में चल रही इन खबरों पर सफाई दी है। भांबरी ने कहा कि मीडिया के साथ मेरी हालिया बातचीत को गलत तरीके से दिखाया गया।

ऐसे में दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर सवाल उठना लाजमी है कि एक तरफ तो वह खिलाड़ियों को जीत की बधाई दे रहे है, लेकिन वहीं आर्थिक मदद के नाम पर कोई सहायता नहीं की। अब सवाल ये भी उठता है कि क्या महज पोस्टर लगा देने और बोल देने से खिलाड़ी जीत जाएंगे। इससे साफ हो जाता है कि केजरीवाल सरकार खेलों के प्रति बिल्कुल दिलचस्पी नहीं दिखा रही है और सार्थक भांबरी के इन आरोपों ने सच को उजागर कर दिया है।

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