अयोध्या। 13 नवंबर को रामनगरी अयोध्या 5 लाख से अधिक दीपों की रौशनी से नहाई। दुनियाभर के रामभक्त इसका गवाह बने। लोगों सरयू किनारे इस अद्भुत दृश्य को देखकर लग रहा था कि मानो अपने श्रीराम के स्वागत में सितारे भी जमी पर उतर आए हों। कुछ ऐसा ही अहसास था दीपोत्सव 2020 में राम की नगरी अयोध्या का। इस नजारे को सिर्फ अयोध्या ही नहीं पूरी दुनिया के करोड़ों रामभक्तों ने भी वर्चुअल तरीके से खुद को इस दीपोत्सव से जोड़ा और त्रेता युग के उस आनंद का अनुभव किया जो उस समय अवध के लोगों ने किया थ। लोगों ने उस क्षण का एहसास किया जब राम सीता और लक्ष्मण 12 साल के वनवास के बाद कौशलपुरी (अयोध्या) लौटे थे। बता दें कि सीएम योगी के मुख्यमंत्री बनने के बाद से अयोध्या में दीपोत्सव का यह चौथा साल था जब सरयू तट दीपों को जलाकर रिकॉर्ड बनाया गया हो। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का अयोध्या से निजी लगाव है ऐसे में हर दीपोत्सव अपने में खास हो जाता है। इस बार तो और भी। इसकी वजह भी रही।
दरअसल करीब पांच दशक बाद वह अवसर आया था जब पहली बार राम जन्मभूमि पर भी खुशियों के दीपक जले। और ये खुशी का मौका था, अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होना। बता दें कि इस शुभ घड़ी के लिए न जाने कितने साधु-संतों ने कुर्बानी दी। ऐसे में इस खास मौके के नाते सरकार ने इसे खास बनाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी थी। रही-सही कसर अपने आराध्य के स्वागत में लोगों की वर्चुअल सहभागिता ने पूरी कर दी।
पूरा माहौल त्रेतायुग जैसा था। इस दीपोत्सव में वह सब कुछ था जो राम के वनवास से लौटने पर त्रेता युग मे था। पुष्पक विमान (हेलीकॉप्टर) से राम का आगमन चौधरी चरण सिंह घाट पर होता है। राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य लोगों की के साथ भाव विह्वल भरत भाई शत्रुघ्न और प्रजा के साथ राम का स्वागत करते हैं। दूसरे हेली हेलीकॉप्टर से लगातार पुष्प वर्षा होती है।
वहाँ से श्रीराम सुसज्जित रथ से मुख्य कार्यक्रम स्थल पर आते हैं। वैदिक मंत्रोच्चार और मंगलाचरण के बीच उनका राज्याभिषेक होता है।
सरयू के रामघाट पर सरयू की आरती के बाद वैदिक मंत्रों के बीच 5.84 लाख 572 दीपों के जलाने का रिकॉर्ड बनता है। साथ ही अगले साल 7.51 लाख दीपों के जलाने की घोषणा भी। इस अवसर पर साकेत विश्वविद्यालय और पोस्ट ऑफिस विभाग की ओर से दिव्य दीपोत्सव का कवर भी जारी किया गया। भविष्य के अयोध्या को केंद्र में रखकर सूचना विभाग की ओर से एक लघु फिल्म भी दिखाई गई।
इसके पहले साकेत महाविद्यालय से रामकथा पार्क तक रामायण की थीम पर निकली झांकियों ने राम के पूरे चरित्र को जीवंत कर दिया। इस अवसर पर साधु-संतों के अलावा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य,पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी और शासन एवं प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।