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Action Against Mafia: मुख्तार अंसारी की मुश्किलों में होने वाली है बढ़ोतरी, पुलिस ने लिया ये फैसला

Mukhtar ansari CM Yogi

लखनऊ। सपा, बसपा और अब कांग्रेस। हर पार्टी में मुख्तार अंसारी रहा है। इस माफिया विधायक को अपने पाले में रखने के लिए इन तीनों पार्टियों में होड़ भी रही। मुख्तार को गैर बीजेपी दलों में जगह मिलती रही। वह अपना काम करता रहा, लेकिन 2017 में यूपी में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद मुख्तार के बुरे दिन शुरू हुए। मुख्तार लंबे समय तक कांग्रेस की मदद से पंजाब की जेल में रहा, लेकिन आखिरकार उसका ठिकाना यूपी का बांदा जेल बना। अब योगी सरकार की पुलिस ने मुख्तार अंसारी की संपत्ति को नेस्तनाबूद करने पर नजरें गड़ा दी हैं। बताया जा रहा है कि करीब 14 साल पहले माफिया मुख्तार अंसारी ने लखनऊ में विधानसभा के पास करोड़ों की जमीन खरीद कर आलीशान बंगला बना लिया था। इस बंगले को आजमगढ़ पुलिस कुर्क करने वाली है। आजमगढ़ के एसपी ने लखनऊ के डीएम को इसके लिए चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में जांच रिपोर्ट भी लगाई गई है।

एक दौर था, जब पूर्वांचल ही नहीं, बल्कि यूपी की राजधानी लखनऊ और कई अन्य इलाकों में मुख्ता अंसारी का दबदबा था। उसके नाम से लोग इतने खौफजदा थे कि एक फोन कॉल पर ही जमीन वगैरा कौड़ी के भाव माफिया और उसके गुर्गों को दे देते थे। तब की सरकारों में सेटिंग से मुख्तार का जलवा कायम था और पुलिस भी सबकुछ जानते हुए उसपर हाथ नहीं डालती थी। योगी सरकार बनने के बाद मुख्तार के खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हुआ। साल 2014 में ठेकेदार पर हुए जानलेवा मामले को खोलने से इसकी शुरुआत हुई। इस मामले में मुख्तार और उसके 9 गुर्गों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई हुई थी।

इस मामले की जांच स्वाट टीम को सौंपी गई थी। इसके प्रभारी प्रशांत श्रीवास्तव को जांच के दौरान पता चला कि मुख्तार ने लखनऊ के हुसैनगंज थाना क्षेत्र में आलीशान बंगला खरीदा था। जांच से पता चला कि साल 2007 में इस मकान को एक व्यापारी को धमका कर औने-पौने दाम पर खरीदा गया। इसके अलावा सर्किल रेट को छिपाकर जमीन को महज 5 लाख का बताकर स्टांप ड्यूटी भी नहीं दी गई। इसकी रिपोर्ट एसपी को सौंपी गई थी। जिस पर अब मुख्तार के बंगले की कुर्की की तैयारी की जा रही है।

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