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Bahraich Violence Encounter: बहराइच हिंसा के आरोपी सरफराज और तालीम पुलिस मुठभेड़ में घायल, नेपाल भागने की फिराक में थे

Bahraich Violence Encounter: स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला पुलिस प्रशासन ने बड़े पैमाने पर फोर्स तैनात की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की टीम बहराइच भेजी गई। साथ ही PAC, CRPF और RAF की टुकड़ियां हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात की गईं। ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश खुद फील्ड में उतरे और दंगाइयों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया। एक वायरल वीडियो में उन्हें पिस्टल हाथ में लेकर दंगाइयों को चेतावनी देते हुए देखा गया था।

नई दिल्ली। बहराइच में हाल ही में हुई हिंसा के बाद यूपी पुलिस का एक्शन लगातार जारी है। गुरुवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी रिंकू उर्फ सरफराज और उसके साथी मोहम्मद तालीम से मुठभेड़ की। इस मुठभेड़ में दोनों आरोपी पुलिस की गोली से घायल हो गए। सरफराज वही आरोपी है, जिस पर रामगोपाल मिश्रा की गोली मारकर हत्या करने का आरोप है। घटना के बाद से सरफराज फरार चल रहा था और पुलिस उसकी लगातार तलाश कर रही थी।

नेपाल भागने की फिराक में था सरफराज

पुलिस को गुरुवार को जानकारी मिली कि सरफराज नेपाल भागने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद पुलिस ने तुरंत नेपाल सीमा के पास हांडा बसेहरी नहर पर घेराबंदी की। जब पुलिस ने सरफराज और उसके साथी मोहम्मद तालीम को घेरा, तो दोनों ने आत्मसमर्पण करने के बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोली चलाई, जिसमें सरफराज और तालीम घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।

ADG का बयान

ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश ने बताया कि पुलिस मुठभेड़ में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस और आरोपियों के बीच दोनों तरफ से गोलीबारी हुई थी। नेपाल सीमा के पास हुई इस मुठभेड़ में मुख्य आरोपी सरफराज और मोहम्मद तालीम घायल हो गए। पुलिस ने दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों के मुताबिक, दोनों को पैर में गोली लगी है और उनकी हालत स्थिर है।

13 अक्टूबर को भड़की थी हिंसा

गौरतलब है कि बहराइच के हरदी थाना क्षेत्र के महसी इलाके में 13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान दो पक्षों के बीच विवाद हो गया था। विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष की ओर से रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के बाद से इलाके में तनाव फैल गया था और हिंसा भड़क उठी थी। लोगों ने दुकानों, गाड़ियों और घरों में आग लगा दी थी।

पुलिस और PAC की तैनाती

स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जिला पुलिस प्रशासन ने बड़े पैमाने पर फोर्स तैनात की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर लखनऊ से वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की टीम बहराइच भेजी गई। साथ ही PAC, CRPF और RAF की टुकड़ियां हिंसा प्रभावित इलाकों में तैनात की गईं। ADG लॉ एंड ऑर्डर अमिताभ यश खुद फील्ड में उतरे और दंगाइयों के खिलाफ कड़ा एक्शन लिया। एक वायरल वीडियो में उन्हें पिस्टल हाथ में लेकर दंगाइयों को चेतावनी देते हुए देखा गया था।

आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई

हिंसा के बाद रामगोपाल मिश्रा के परिवार ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी और आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने DGP को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। पुलिस ने आरोपियों की तलाश में लगातार छापेमारी की, जिसके परिणामस्वरूप सरफराज और उसके साथी मोहम्मद तालीम को नेपाल भागने से पहले पकड़ लिया गया।

 

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