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Bengaluru Violence: बेंगलुरू हिंसा का मुख्य षड़यंत्रकारी गिरफ्तार, NIA ने 30 जगहों पर की छापेमारी

NIA Raid

नई दिल्ली। बेंगलुरू में भड़की हिंसा की आग ने पूरे देश में दहशत का माहौल बना दिया था। इस हिंसा के बाद कई लोगों के गिरफ्तारी हुई थी। जिसके बाद कर्नाटक की सरकार ने फैसला लिया था कि इस हिंसा में जितनी भी क्षति हुई है उसकी भरपाई उन्हीं लोगों से की जाएगी जिसको इस मामले में गिरफ्तार किया गया है। अब इस मामले में एनआईए के हत्थे इस हिंसा का मुख्य षड़यंत्रकारी आया है। NIA ने इसको धर दबोचने के लिए आज 30 जगहों पर छापेमारी की थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (National Investigation Agency) की तरफ से बताया गया कि उसने यहां 30 स्थानों पर तलाशी ली है और फरार चल रहे एक मुख्य षडयंत्रकर्ता को गिरफ्तार भी किया है। एजेंसी के द्वारा जिस षड़यंत्रकारी को गिरफ्तार किया गया वह मुख्य षडयंत्रकारी बैंक रिकवरी एजेंट बताया जा रहा है।

एनआईए ने गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान सैयद सादिक अली के रूप में की है, जो एक बैंक का वसूली एजेंट है। जांच एजेंसी ने बताया कि वह 11 अगस्त से फरार था, जब 3,000 से अधिक लोगों ने हिंसक तरीका अपनाते हुए कांग्रेस विधायक आर अखंड श्रीनिवास मूर्ति (Congress MLA R Akhanda Srinivasa Murthy), उनकी बहन जयंती और देवारा जीवनहल्ली (DJ Halli) के आवासों तथा कडुगोंडनहल्ली (KG Halli) पुलिस थाने को आग लगा दी थी।

इससे पहले जांच एजेंसी ने कुछ ही दिन पहले उन दो मामलों की जांच की जिम्मेदारी अपने हाथों में ली है, जिनमें शहर की पुलिस ने गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (Unlawful Activities Prevention Act) के तहत आरोप दर्ज किये गए थे। एनआईए ने बताया की तलाशी के दौरान उसे एयरगन, पैलेट्स, धारदार हथियार, लोहे की रॉडें, डिजिटल डिवाइस, डीवीआर और कई सारे दस्तावेज बरामद हुए हैं। ये सभी चीजें सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी और पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़ी हुई हैं, जिन्हें एनआईए ने जब्त कर लिया है।

बेंगलुरु में कांग्रेस विधायक के एक करीबी रिश्तेदार द्वारा सोशल मीडिया पर कथित तौर पर एक भड़काऊ पोस्ट डालने के बाद हिंसा भड़क गई थी। इससे पहले, पुलिस को यह सबूत मिले थे कि इस मामले से जुड़े कई आरोपियों के अतीत में आतंकी या सांप्रदायिक हमलों के आरोपियों के साथ संबंध थे, जिसमें दिसंबर 2014 में बेंगलुरु में चर्च स्ट्रीट बम विस्फोट भी शामिल था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि केजी हल्ली इलाके में हुए दंगों से जुड़े मामलों में 380 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तार किए गए लोगों में से कई के एसडीपीआई और अल हिंद जैसे संगठनों से भी संबंध हैं, जो एक कट्टर आतंकवादी समूह हैं।

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