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Bharat Bandh: कृषि कानूनों को लेकर किसानों ने जाम किया दिल्ली-अमृतसर हाइवे, गाजीपुर बॉर्डर पर भी डटे, अलर्ट पर पुलिस

kisano ka band

नई दिल्ली। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को बुलाए गए बंद को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के कुल 40 संगठनों ने आम लोगों के साथ ही कई राजनीतिक पार्टियों से भी समर्थन मांगा है। सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक भारत बंद बुलाया गया है। किसानों के बंद को लेकर दिल्ली समेत आसपास के कई राज्यों सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। पुलिस अलर्ट पर है। किसान आंदोलन के दस महीने पूरे होने के बाद भी सरकार की तरफ से कोई ठोस कदम न उठाए जाने पर किसानों में नाराजगी देखी जा रही है जिससे अब वो आर-पार के मूड में दिखाई दे रहे हैं।


कई राजनीतिक दलों का समर्थन

संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद को कई राजनीतिक दलों का समर्थन मिला है। पंजाब के नए मुख्यमंत्री बने चरणजीत सिंह चन्नी ने बंद को अपना समर्थन दिया है। वहीं बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी किसानों के भारत बंद में शामिल होने की बात कही। इसके कांग्रेस, बसपा, आंध्र प्रदेश सरकार, माकपा, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस, जेडीएस, तमिलनाडु में सत्ताधारी डीएमके इस बंद को समर्थन देगी।

किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार: दिल्ली पुलिस

किसानों के बंद को लेकर शनिवार को दिल्ली पुलिस के अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि ‘भारत बंद’ के मद्देनजर एहतियातन राष्ट्रीय राजधानी की सीमाओं पर सुरक्षा का पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। इसे लेकर जानकारी देते हुए एक अधिकारी ने कहा कि शहर की सीमाओं पर तीन जगह प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों में से किसी को राजधानी में प्रवेश करने की इजाजत नहीं होगी। हमारी पुलिस हर स्थिती से निपटने के लिए तैयार हैं।

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