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Cash For Query: महुआ मोइत्रा पर गिरी बड़ी गाज, एथिक्स कमेटी ने मंजूर की रिपोर्ट, पक्ष में 6 तो विरोध में पड़े 4 मत

नई दिल्ली। कैश फॉर क्वेरी मामले में घिरी टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आज बड़ी कार्रवाई हुई। दरअसल, संसद की एथिक्स कमेटी ने महुआ के खिलाफ पेश हुई रिपोर्ट को मंजूरी दे दी है। बता दें कि रिपोर्ट के पक्ष में 6 तो विरोध में चार मत पड़े हैं। एथिक्स कमेटी के समक्ष आज रिपोर्ट पेश की गई, जहां इस पर लंबी विवेचना हुई। महुआ ने अपने पक्ष में जमकर दलीलें दीं, लेकिन शायद उनकी दलीलों का कोई खास असर नहीं पड़ा। महुआ ने अपने बचाव में महिला कार्ड भी खेला, लेकिन यह कार्ड भी कारगर साबित नहीं हुआ। महुआ ने बंगाल की महिलाओं का हवाला देते हुए कहा कि हमारे यहां महिलाएं मां काली का रूप होती हैं। मां दुर्गा का रूप होती हैं। हम किसी भी साजिश से डरने वाली नहीं हैं।

हम हर प्रकार की परिस्थिति का सामना करने के लिए तैयार हैं, जिस पर बीजेपी नेता सुकांत मजूमदार ने कहा कि इस बात में कोई दो मत नहीं है कि बंगाल की महिलाएं मां काली और मां दुर्गा का रूप होती हैं, लेकिन बंगाल की महिलाएं तुम्हारी तरह नहीं होती हैं, जो कि कॉसमेटिक्स के लालच में आ जाए और अपनी सिद्धांतों की तिलांजलि दे जाए। उधर, महुआ ने अपने बचाव में कहा कि केंद्र सरकार के पास अडानी पर लगे आरोपों की जांच करने का समय नहीं है, लेकिन मेरे ऊपर लगाए गए आरोपों का जांच करने का समय है। मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहती हूं कि मुझे अडानी को लेकर संसद में सवाल पूछने की वजह से टारगेट किया जा रहा है।

वहीं, एथिक्स कमेटी ने जांच के बाद महुआ की लोकसभा सदस्यता रद करने की सिफारिश की। जिस पर आज वोटिंग हुई। आपको बता दें कि महुआ कि लोकसभा सदस्यता रद किए जाने के पक्ष में जहां 6 ने वोट पड़े, तो वहीं विरोध में चार लोगों ने वोट किया। जिसमें पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री व बीजेपी नेता कैप्टन अमरिंदर सिंह की पत्नी परनीत कौर ने महुआ की सदस्यता रद किए जाने के पक्ष में वोट डाला। बता दें कि एथिक्स कमेटी में कुल 15 सदस्य हैं, जिसके अध्यक्ष विनोद सोनकर हैं, जिनके नेतृत्व में पूरे मामले की जांच हो रही है। ऐसे में अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले पूरा माजरा जरा विस्तार से जान लेते हैं।

बता दें कि बीते दिनों बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखकर टीएमसी सांसद महुआ पर व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से लेकर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था, लेकिन महुआ ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर इन्हें राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित बताया था और कहा था कि उन्हें अडानी प्रकरण पर केंद्र सरकार से तीखे सवास पूछने की वजह से टारगेट किया जा रहा है।

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