नई दिल्ली। मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को लेकर आ रहा विमान अब किसी भी वक्त दिल्ली के पालम एयरबेस पर लैंड कर सकता है। यहां से एनआईए की टीम उसे मेडिकल चेकअप के बाद सीधे एनआईए कोर्ट में पेश करेगी और रिमांड मांगेगी। इस बीच इजरायल के राजनयिक कोब्बी शोशनी ने तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर प्रतिक्रिया दी है। कोब्बी शोशनी का कहना है कि मुंबई हमलों के आरोपी को अमेरिका से भारत लाना मोदी सरकार की कूटनीति की बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए भारत को बधाई देना चाहता हूं।
शोशनी ने एएनआई से बात करते हुए कहा, 26/11 के मुंबई हमलों के जघन्य अपराध के लिए राणा को न्याय के कटघरे में लाया जाना चाहिए। राणा के भारत प्रत्यर्पण से पीड़ितों के परिवारों को थोड़ी राहत जरूर मिलेगी। कभी-कभी समय बहुत लंबा हो जाता है, लेकिन एक बड़ी जीत है। इजरायली राजनयिक ने कहा कि 26/11 को जो अपराध हुआ, मुंबई में तीन दिन की भयावह रातें और दिन कभी नहीं भूले जा सकेंगे। नरीमन हाउस में, होटल ताज और लियोपोल्ड कैफे में तथा बाकी अन्य जगहों पर जो कुछ हुआ, वह कुछ ऐसा है जिसे भुलाया नहीं जा सकता है।
जब उनसे पूछा गया कि वह वैश्विक आतंकवादी के रूप में राणा की भूमिका को किस तरह देखते हैं क्योंकि वह एक कनाडाई आतंकवादी है लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियों के साथ उसके संबंध हैं, तो इस पर उन्होंने जवाब दिया, मुझे सच कहना है, तहव्वुर राणा संदिग्ध है। उन्होंने कहा कि घटना के ठीक बाद मुझे विदेश मंत्री ने भेजा था। मुझे मुंबईवासियों के चेहरों पर उदासी याद है, मैं यह नहीं कहना चाहता कि यह जश्न का दिन है क्योंकि यह जश्न का नहीं बल्कि चक्र को बंद करने का एक तरीका है। बता दें कि मुंबई हमलों में भारतीयों के अलावा कुछ इजरायली नागरिक भी मारे गए थे।