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Gujarat Morbi Accident: मोरबी हादसे में पुलिस का बड़ा कदम, कोर्ट में दाखिल किया आरोपपत्र

Gujarat Morbi Accident: मोरबी पुल मच्छु नदी पर बना था, जो कि 143 साल पुराना था, लेकिन हादसे से पहले सात माह तक यह पुल बंद था। इस दौरान इसके मरम्मत का काम ओरेवा ग्रुप को मिला था। उल्लेखनीय है कि इस पुल का उद्धाटन साल 1879 में हुआ था। यह पुल 765 फीट लंबा और 4 फुट चौड़ा था।

नई दिल्ली। मोरबी हादसे में पुलिस ने कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल कर दिया है। इसमें 10 लोगों को आरोपी बनाया गया है, जिसमें अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। आरोपपत्र में ओरवा ग्रुप के मालिक जयसुख पटेल को मुख्य आरोपी बनाया गया है। बता दें कि जयसुख पटेल की कंपनी ओरेवा ग्रुप को ही पुल के मरम्मत का कार्य मिला था। जिसके बाद पुलिस जांच की रडार पर ओरेवा ग्रुप के मालिक भी आ गए। हालांकि, उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए पहले ही कोर्ट में अग्रिम जमानत याचिका दाखिल कर दी है, जिस पर आगामी 1 फरवरी को सुनाई होगी।

इसके अलावा आपको बता दें कि पुलिस ने आरोपपत्र में दीपक पारेख (ओरेवा कंपनी के मैनेजर ), दिनेशभाई महासुखराय दवे, मनसुख बालजीभाई टोपिया (टिकट क्लर्क), मादेवभाई लाखाभाई सोलंकी (टिकट क्लर्क), कॉन्ट्रैक्ट देवांगभाई प्रकाशभाई परमार, सिक्योरिटी गार्ड अल्पेशभाई, दिलीपभाई और मुकेश भाई को आरोपी बनाया है। बहरहाल, इस पूरे मामले पर कोर्ट का क्या रुख रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

आपको बता दें कि मोरबी पुल मच्छु नदी पर बना था, जो कि 143 साल पुराना था, लेकिन हादसे से पहले सात माह तक यह पुल बंद था। इस दौरान इसके मरम्मत का काम ओरेवा ग्रुप को मिला था। उल्लेखनीय है कि इस पुल का उद्धाटन साल 1879 में हुआ था। यह पुल 765 फीट लंबा और 4 फुट चौड़ा था। इसे झूला पुल भी कहा जाता है, क्योंकि चलने के दौरान यह पुल झूलता है।

उधर, 30 अक्टूबर 2022 को यह पुल हादसे का शिकार हो गई। जिससे पुल में सवार 135 लोगों की मौत हो गई थी, तो कई घायल हो गए थे। इस हादसे को लेकर विपक्षी दल बीजेपी पर हमलावर भी हो गई थी। बहरहाल, पुलिस अब इस पूरे मामले में अब आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है। ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।

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