नई दिल्ली। इस साल बिहार विधानसभा के चुनाव कराए जाने हैं। सूत्रों के हवाले से ये जानकारी आ रही है कि बिहार विधानसभा के चुनाव 2 से 3 चरण में कराए जा सकते हैं। बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर तक है। इससे पहले ही बिहार विधानसभा चुनाव पूरा कराए जाने की संभावना है। बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग दिवाली और छठ पूजा को ध्यान में रखते हुए बिहार विधानसभा चुनाव की तारीख तय करेगा। इस साल दिवाली 31 अक्टूबर को है। वहीं, बिहार में अहम छठ पूजा 5 नवंबर से 8 नवंबर तक चलेगी। यानी चुनाव आयोग अक्टूबर के दूसरे हफ्ते से नवंबर के दूसरे हफ्ते तक चुनाव करा सकता है।
बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। ऐसे में बिहार विधानसभा में बहुमत का आंकड़ा 122 का है। बिहार विधानसभा के लिए 2020 में हुए चुनाव में लालू यादव और तेजस्वी यादव की आरजेडी को 75 सीट पर जीत हासिल हुई थी। जबकि, बीजेपी ने 74 और उसकी सहयोगी नीतीश कुमार की जेडीयू ने 43 सीट हासिल की थी। आरजेडी के साथ महागठबंधन में कांग्रेस ने 19 सीट पर जीत हासिल की थी। चिराग पासवान की एलजेपी को 1 और अन्य दलों को 31 सीट पर जीत हासिल हुई थी। इस तरह एनडीए ने बिहार में सरकार बनाई थी।
बिहार के मौजूदा सीएम के तौर पर नीतीश कुमार बीते 20 साल से सत्ता पर काबिज हैं। वो 6 बार बीजेपी और 2 बार लालू यादव की आरजेडी के साथ मिलकर सरकार बना चुके हैं। इससे पहले नीतीश कुमार एनडीए सरकार में रेल मंत्री भी रहे। बीजेपी और आरजेडी के साथ नीतीश कुमार के खट्टे-मीठे रिश्ते रहे हैं। 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भी नीतीश कुमार ने अचानक बीजेपी का साथ छोड़कर आरजेडी का दामन थाम लिया था। विपक्ष के इंडी गठबंधन को बनाने में अहम भूमिका निभाने वाले नीतीश कुमार चुनाव से पहले फिर बीजेपी के साथ आ गए थे। वो लगातार अपनी जनसभाओं में कहते रहे हैं कि अब कभी आरजेडी के साथ नहीं जाएंगे। बीजेपी ने पहले ही एलान कर रखा है कि वो नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही बिहार विधानसभा चुनाव 2025 लड़ेगी।