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बिहार आईपीएस को नियमों के तहत क्वारंटाइन किया गया : बीएमसी

मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत के कथित आत्महत्या से जुड़े मामले की जांच के लिए रविवार को मुंबई पहुंचे बिहार के पुलिस अधिकारी विनय तिवारी को जबरन क्वारंटाइन किए जाने की खबरों के बाद बृहनमुम्बई म्यूनिसिपल कोरपोरेशन (बीएमसी) ने सफाई दी है।

जिसमें उन्होंने सोमवार को कहा है कि कुमार को ‘कोविड-19 महामारी से जुड़े मौजूदा नियमों के तहत क्वारंटाइन’ किया गया है। रविवार को मुम्बई पहुंचे पटना सेंट्रल के एसपी तिवारी को गोरेगांव पुलिस स्टेशन गेस्ट हाउस में रखा गया है।

बीएमसी ने कहा है कि साउथ वेस्ट एडमिनिस्ट्रेशन को जानकारी मिली थी कि विनय बिहार से यहां आ रहे हैं और वह गोरेगांव ईस्ट स्थित एसआरपीएफ ग्रुप गेस्ट हाउस में निवास करने वाले हैं। बीएमसी टीम ने रविवार शाम को तिवारी से सम्पर्क किया।

एक अधिकारी ने कहा, “घरेलू ट्रेवल यात्री होने के नाते तिवारी को राज्य सरकार के नियमों के मुताबिक होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया। इसी सम्बंध में हमारे अधिकारी उनसे मिले और रविवार रात को उन्हें क्वारंटाइन कर दिया गया।”

अधिकाररी ने कहा कि बीएमसी टीम ने तिवारी को घरेलू ट्रेवल पेसेंजर्स के लिए बनाए गए नियमों के बारे में विस्तार से बताया। यह नियम 25 मई को लागू हुआ था और इसका नम्बर डीएमयू/2020/सीआर डॉट 92/डीआईएसएम-1 है।

अधिकारी ने कहा कि तिवारी को 15 अगस्त तक के लिए क्वारंटाइन किया गया और साथ ही साथ उन्हें अपने होम क्वारंटाइन अवधि को कम करने के लिए आवेदन भी करने के लिए कहा गया है। यह नियम हर एक घरेलू यात्री पर लागू होता है।

रविवार रात को बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर बिहार अपने आफिशियल ट्वीटर हैंडल से विनय तिवारी को जबरदस्ती क्वारंटीन करने का जिक्र किया था। पांडेय ने अपने ट्वीट में लिखा, “आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी आज ही पटना से अपनी पुलिस टीम को लीड करने के लिए आधिकारिक ड्यूटी पर मुम्बई पहुंचे लेकिन रात करीब 11 बजे बीएमसी अधिकारियों ने उन्हें जबरन क्वारंटीन कर दिया। इससे पहले उन्हें आईपीएस मेस में जगह नहीं दी गई जबकि उन्होंने कहा था कि वह गोरेगांव के एक गेस्टहाउस में ठहरे हुए हैं।”

विनय तिवारी रविवार दोपहर में मुम्बई पहुंचे थे। हवाई अड्डे पर उनके चार साथियों ने उनकी अगवानी की थी। हवाई अड्डे पर ही तिवारी ने कहा था कि सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या मामले की जांच सही दिशा में आगे जा रही है। इसके बाद वह अपने चार साथियों के साथ गोरेगांव के एक गेस्टहाउस में गए जहां उनकी साथियों के साथ लम्बी बातचीत हुई। सोमवार को उन्हें बांद्रा जोन-9 के डीसीपी अभिषेक त्रिमुखे से मिलना था। त्रिमुखे ही सुशांत की संदिग्ध मौत के बाद उनसे जुड़ा मामला देख रहे हैं।

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