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Bihar: ‘पावर बढ़ाओ, सब बर्दाश्त…’, जहरीली शराब से 27 लोगों की मौत पर बिहार के मंत्री का बेतुका बयान, कही ऐसी बात भड़क उठेगा आपका गुस्सा!

Bihar minister

नई दिल्ली। बिहार में बीते 6 सालों से पूर्ण शराबबंदी लागू है। शराबबंदी के मुताबिक बिहार में शराब का मिलना बंद है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी यही दावा करते हैं कि राज्य में शराबबंदी होने के बाद से शराब नहीं मिलती लेकिन नीतीश कुमार के दावों की पोल तब खुल जाती है जब राज्य में जहरीली शराब से मौतों का तांडव शुरू हो जाता है। कुछ ऐसा ही एक बार फिर देखने को मिला है जब जहरीली शराब पीने से एक या दो नहीं बल्कि 27 लोगों की अब तक जान जा चुकी है।

ताजा मामला बिहार के छपरा का है जहां 27 लोगों ने जहरीली शराब की वजह से अपनी जान गवा दी है। वहीं, अभी मृतकों की संख्या बढ़ने की भी आशंका है। बताया जा रहा है कि सोमवार रात को सभी ने मिलकर शराब पी थी, अगले दिन मंगलवार को हालत बिगड़ने लगी तो इन्हें इलाज के लिए मसरख स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। इसके बाद मौतों का सिलसिला शुरू हुआ और बुधवार शाम तक कई लोग मर चुके थे। कई लोगों की आंखों की रोशनी जाने की भी सूचना मिल रही है।

इतना सब कुछ होने के बाद भी बिहार सरकार सच्चाई मानने के बजाय इस पर राजनीति करने से बाज नहीं आ रही। बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने अपनी कमी को मानने के बजाय भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) पर हमला बोला है। तो वहीं, अब आरजेडी कोटे से मंत्री समीर महासेठ ने शराब से हुई मौतों पर बेतुका बयान दिया है। समीर महासेठ से जब शराब से हुई इन मौतों को लेकर सवाल किया गया तो उनका ये कहना था कि ‘खेलकूद से पावर बढ़ाओ, जहरीली शराब बर्दाश्त कर लोगे’। मंत्री समीर महासेठ एक खेल कार्यक्रम में पहुंचे थे जहां उन्होंने ये बेतुका बयान दिया। इसके आगे उन्होंने ये भी कहा कि बिहार में मिलने वाली शराब जहर है और इस जहरीले शराब को पीने और मरने से अगर लोग बचना चाहते हैं तो उन्हें अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना चाहिए।

रामबली चंद्रवंशी ने भी कही ये बात

मंत्री समीर महासेठ ही नहीं बल्कि आरजेडी विधायक रामबली चंद्रवंशी ने भी शराब से हुई मौतों का मजाक उड़ा दिया। रामबली चंद्रवंशी ने शराब से जा रहे लोगों की जान को लेकर कहा कि शराब से भी लोग मर रहे हैं और दूसरी बीमारी और दुर्घटनाओं से भी लोगों की जान जा रही है। जीना-मरना कोई बड़ी बात नहीं है। अब इन बयानों को देखा जाए तो ये कहना गलत नहीं होगा कि बिहार सरकार को अपने राज्य की जनता के मरने और जीने से कोई फर्क नहीं है। तभी तो उनके मंत्री और विधायक इस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। अगर बिहार सरकार ये कह रही है कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी है तो फिर लोगों को शराब कहां से पीने के लिए मिल रही है और अगर मिल रही है तो बिहार सरकार क्यों झूठे दावे करती है…

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