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बिहार : ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड जवान ने अफसर की गाड़ी रुकवाई, तो मिली ऐसी सजा

नई दिल्ली। एक तरफ जहां विपदा की इस मुश्किल घड़ी में पुलिस कर्मी अपनी जान की परवाह किये बगैर लोगों की सुरक्षा में दिन-रात जुटे हुए हैं वहीं सरकारी मुलाजिम से ही वे सार्वजनिक रूप से प्रताड़ित हो रहे हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। दरअसल अररिया जिले में एक होमगार्ड जवान को कृषि पदाधिकारी की गाड़ी को चेकिंग के लिए रोकना महंगा पड़ गया।

इस वायरल वीडियो में जो होमगार्ड जवान उठक बैठक कर रहा है उसका नाम गोनू तात्मा है और वो अररिया के बैरगाछी में तैनात है। बताया जा रहा है कि अररिया के जिला कृषि पदाधिकारी मनोज कुमार इसी इलाके से हो कर गुजर रहे थे। इसी दौरान सिपाही ने उनकी गाड़ी को लॉकडाउन के मद्देनजर रुटीन चेकिंग के लिए रोक दिया। दरअसल वो कृषि पदाधिकारी को पहचानता नहीं था। कायदे से लॉकडाउन का पालन कराने के लिए इस जवान को शाबासी मिलनी चाहिए थी। लेकिन कृषि पदाधिकारी को अपने रुतबे के सामने ये सबकुछ इतना नागवार गुजरा कि उन्होंने बीच सड़क पर होमगार्ड जवान से कान पकड़ कर उठक बैठक करा दी।

बताया जा रहा है कि ये घटना दो दिन पहले की है। अररिया जिले के बैरगाछी के पास कृषि विभाग के वाहन से कृषि पदाधिकारी किसी काम से जा रहे थे कि ड्यूटी पर तैनात चौकीदार ने पदाधिकारी से पास दिखाने को कहा और कहा जब पदाधिकारी ने कहा कि पास नहीं है तो चौकीदार ने जुर्माना देने की बात कह दी।

चौकीदार की ये बात वहां तैनात पुलिस के आला अधिकारी तक पहुंच गई फिर क्या था? पुलिस के आला अधिकारी ने कृषि पदाधिकारी के एक चौकीदार से पास मांगने और जुर्माना देने की बात कहने की सजा सुनाते हुए तुरत चौकीदार को उनसे माफी मांगने को कहा।

इतना ही नहीं, चौकीदार से कान पकड़ उठक-बैठक कराई गई और साथ ही पदाधिकारी के पैस छूकर माफी भी मंगवाई गई। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद अररिया एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि सिपाही खुद ही उठक-बैठक करने लगा था, कृषि पदाधिकारी ने उससे ऐसा करने को नहीं कहा था। उनका कहना है कि इस मामले की मैंने खुद जांच की है।

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