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धोनी के पोल्ट्री फॉर्म ने जहां से दिया था ऑर्डर, वहां की मुर्गियों में पाए गए बर्ड फ्लू के वायरस

नई दिल्ली। देश में कोरोना वायरस की वजह से स्थिति पहले से बिगड़ी हुई थी लेकिन अब जब इसपर धीरे-धीरे कंट्रोल पाया जा रहा है तो एक नए वायरस ने अपनी जगह बनाने की कवायद शुरू कर दिया है। बता दें कि कोरोना के बाद बर्ड फ्लू में देश में अपना रूप सामने लाना शुरू कर दिया है। इसके कई केस भी देश में सामने आने लगे हैं। बता दें कि मध्यप्रदेश में झबुआ जिले के मशहूर कड़कनाथ मुर्गे में बर्ड फ्लू के वायरस पाए गए हैं। इससे हड़कंप की स्थिति बनी हुई हैं। थांदला तहसील के रूंडीपाड़ा गांव के पोल्ट्री फार्म में कई मुर्गे-मुर्गियों के एक साथ मरने से पशुपालन विभाग की टीम फौरन हरकत में आई और इनके जांच के लिए सैम्पल भेजे। अब सामने आई रिपोर्ट में H5N1 वायरस की पुष्टि हुई है। इस पोल्ट्री फॉर्म को लेकर खबर आई है कि, यह वही पोल्ट्री फॉर्म है, जहां से भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी ने कड़कनाथ मुर्गे के 2000 चुजों का ऑर्डर दिया था।

हालांकि अच्छी बात ये है कि इन चुजों को धोनी के पोल्ट्री फॉर्म तक पहुंचाया नहीं गया था। मीडिया से बात करते हुए फॉर्म के मालिक विनोद मेदा ने बताया कि धोनी ने जो ऑर्डर दिया था उन्हें खराब मौसम के कारण उसे पहुंचाया नहीं जा सका। गौरतलब है कि कड़कनाथ चिकन के मांस में आयरन की मात्रा भरपूर पाई जाती है, इसलिए ये सेहत के लिए काफी अच्छा माना जाता है। यही वजह है कि इन मुर्गों की मांग अधिक रहती है। खास बात है कि आयरन की अधिकता के कारण ही इस मुर्गे का रंग और मांस के साथ अंडे भी काले होते हैं।

मध्यप्रदेश के झबुआ में कड़कनाथ मुर्गे का उत्पादन मुख्य रूप से होता है। इसकी खासियत यह है कि कड़कनाथ मुर्गे के मांस में प्रोटीन की उच्च मात्रा होती है। वहीं इसमें वसा या फैट नाम मात्र की पाई जाती है। इसको लेकर पिछले साल यहां के कड़कनाथ उत्पादनकर्ताओं ने यह कहा था कि वह भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी इसके मांस का आयात करना चाहते हैं। क्योंकि इसके मांस में प्रोटिन की मात्रा अधिक होती है इसलिए उनके फिटनेस के लिए यह अच्छा होगा।

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