नई दिल्ली। तमिलनाडु बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने आज अपनी पीठ पर कोड़े बरसाए। चेन्नई की अन्ना यूनिवर्सिटी की छात्रा के साथ दुष्कर्म मामले में विरोध जताते हुए अन्नामलाई ने खुद को कोड़े मारे हैं। अन्नामलाई आज से 48 दिनों का उपवास भी रखेंगे और इस दौरान वह भगवान मुरुगन के छह पवित्र धामों की यात्रा करेंगे। दरअसल बीजेपी का आरोप है कि छात्रा से दुष्कर्म का आरोपी ज्ञानशेकरन सत्तासीन डीएमके के छात्र संघ का डिप्टी ऑर्गनाइजर रहा है। इसी के चलते उसे बचाने का प्रयास हो रहा है।
<blockquote class=”twitter-tweet” data-media-max-width=”560″><p lang=”hi” dir=”ltr”>पूर्व आईपीएस अफ़सर बड़ी सियासी मंज़िल की ओर अग्रसर! <br><br>तमिलनाडु भाजपा के अध्यक्ष के. अन्नामलाई ने अपने ऐलान के मुताबिक़ ख़ुद को कोड़े मारे, अन्ना विश्वविद्यालय दुष्कर्म मामले में स्टालिन सरकार के रवैये से आहत हैं. एलान कर चुके हैं कि जब तक राज्य के सीएम एमके स्टालिन और उनकी डीएमके… <a href=”https://t.co/2YrMUDA3DB”>pic.twitter.com/2YrMUDA3DB</a></p>— Gyanendra Shukla (@gyanu999) <a href=”https://twitter.com/gyanu999/status/1872516584482521325?ref_src=twsrc%5Etfw”>December 27, 2024</a></blockquote> <script async src=”https://platform.twitter.com/widgets.js” charset=”utf-8″></script>
अन्नामलाई ने कल ही प्रण लिया है कि जब तक डीएमके सरकार को प्रदेश की सत्ता से हटा नहीं देते तब तक वो जूते या चप्पल नहीं पहनेंगे। दुष्कर्म मामले में डीएमके सरकार के खिलाफ प्रदर्शन स्वरूप अन्नामलाई ने खुद को कोड़े मारने का भी ऐलान किया था। अन्नामलाई ने आरोप लगाया कि चेन्नई पुलिस ने दुष्कर्म मामले की एफआईआर लीक कर दी जिसके चलते पीड़ित छात्रा की पहचान सार्वजनिक हो गई।अन्नामलाई अपने घर के बाहर जब खुद पर कोड़े बरसा रहे थे तो बीजेपी के अन्य नेता डीएमके सरकार के खिलाफ हाथों में तख्ती लेकर नारेबाजी कर रहे थे।
उधर डीएमके ने बीजेपी के आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि आरोपी ज्ञानशेकरन का उनकी पार्टी से कोई संबंध नहीं है। डीएमके नेताओं ने कहा कि विपक्ष जानबूझकर इस मुद्दे को तूल देकर राजनीतिकरण कर रहा है। पूर्व राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने भी इस मामले में पुलिस की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि प्रदेश में यौन अपराध की घटनाएं बढ़ रही हैं और डीएमके सरकार तथा पुलिस का रवैया बिलकुल भी उचित नहीं है। दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग ने भी कल ही इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए तमिलनाडु के डीजीपी को चिट्ठी लिखा थी और पीड़ित छात्रा की पहचान उजागर करने वालों पर कार्रवाई की बात कही थी।