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Digvijay Singh: फिर मुश्किल में दिग्विजय सिंह, इस वजह से भाजपा ने दर्ज कराई शिकायत

नई दिल्ली। आए दिन अपने बयानों और हरकतों से पार्टी और खुद की किरकिरी कराने वाले दिग्गज कांग्रेसी नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अब फिर से एक बार सुर्खियों में आ गए हैं। बता दें कि इस बार ‘गद्दार रेट कार्ड’ पोस्ट करने के लिए चर्चा में हैं। और सिर्फ चर्चा में ही नहीं हैं बल्कि भाजपा के निशाने पर भी हैं। दरअसल भाजपा ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ अपने सोशल मीडिया पर ‘गद्दार रेट कार्ड’ पोस्ट करने के लिए भोपाल क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराया है। बीजेपी नेता भगवानदास सबनानी ने कहा कि ‘रेट कार्ड पर लिखे गए नेताओं को बदनाम करने की कोशिश की गई है और पार्टी के प्रतीक का मज़ाक उड़ाया गया है।’ दिग्विजय सिंह की पोस्ट को लेकर सबनानी ने ANI को बताया- “जनता और कांग्रेस पार्टी ने दिग्विजय सिंह को घर बैठा दिया है लेकिन उसके वाबजूद भी वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं और ऐसी चीजें कर रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि, “आज उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर ‘गद्दार रेट कार्ड’ पोस्ट किया। उन्होंने उस कार्ड में 25 सम्मानित जन प्रतिनिधियों के नामों का उल्लेख किया है। उन्होंने इन प्रतिनिधियों को बदनाम किया है। उन्होंने उस कार्ड में हमारी पार्टी का एक उल्टा कमल चिन्ह भी लगाया है। हमने चुनाव आयोग को भी शिकायत दी है।”

दिग्विजय सिंह की इस पोस्ट को लेकर सबनानी ने दिग्विजय सिंह के सोशल मीडिया अकाउंट को निलंबित करने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि इस तरह के आपत्तिजनक पोस्ट करने वाले अकाउंट को तुरंत निलंबित किया जाय। सहायक पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अपराध शाखा गोपाल धाकड़ ने पुष्टि की कि सबनानी द्वारा कांग्रेस नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।

दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने मध्य प्रदेश उपचुनावों से पहले शनिवार को पार्टी के उन विधायकों पर निशाना साधा है जो कांग्रेस से बीजेपी में चले गए हैं। दिग्विजय सिंह ने ‘ग़द्दार’ कहते हुए उनपर आरोप लगाया कि ‘उनमें से हर एक को अपनी वफ़ादारी बदलने के लिए तीन करोड़ रुपये दिए गए थे।’ मार्च 2020 से बीजेपी में शामिल हुए सभी 25 विधायकों को आगामी 2 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में सत्ताधारी पार्टी द्वारा टिकट दिया गया है।

अपनी पोस्ट में दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाते हुए लिखा है कि, ‘जिन लोगों ने 2018 के विधानसभा चुनावों में उन्हें वोट दिया था, वे सभी उस कथित खरीद फरोख्त राशि का हिस्सा पाने के योग्य हैं।’ उन्होंने लोगों से इन उम्मीदवारों को तब तक वोट न देने को कहा, जब तक कि वे उन्हें अपने तीन करोड़ रुपये का हिस्सा देने के लिए तैयार न हों। इसके अलावा, राज्यसभा सांसद ने पूर्व विधायकों की तस्वीरों को ‘गद्दार रेट कार्ड’ के कैप्शन के साथ पोस्ट किया है और साथ ही ‘पिछले चुनाव में उन्हें मिले वोट’ और ‘प्रत्येक वोटर को देय राशि’ लिखी है। इससे पहले, कांग्रेस पार्टी ने उपचुनावों के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया था।’

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