नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) अपने गुरुओं को भूले नहीं हैं। उन्होंने राजनीति की तमाम व्यवस्तताओं के बीच शनिवार को शिक्षक दिवस पर अपने स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय के गुरुओं से वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बात कर आशीर्वाद लिया। राजनीति के शिखर पर पहुंचे एक शिष्य का जब अपने गुरुओं से वर्चुअल मिलन हुआ तो पुराने समय को याद कर वे भावुक हो उठे। अपने शिष्य को 18 करोड़ से अधिक सदस्यों के लिहाज से दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर देखकर गुरुओं ने खुशी जताई।
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुरूआती पढ़ाई पटना के सेंट जेवियर स्कूल से और पटना विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की शिक्षा हासिल की थी। सेंट जेवियर स्कूल में उस समय शिक्षक रहे के एन पांडेय से जेपी नड्डा ने शिक्षक दिवस पर वीडियो कांफ्रेंसिंग से बात की। गुरु और शिष्य इस दौरान कुछ समय के लिए पुरानी यादों में खो गए।
Delhi: BJP President JP Nadda interacts with his teachers from school and university on #TeachersDay. pic.twitter.com/8zEXgDQIeg
— ANI (@ANI) September 5, 2020
जेपी नड्डा ने हिमाचल विश्वविद्यालय में अपने शिक्षक रहे चमन लाल से भी वीडियो कांफ्रेंसिंग कर बात की। गुरुओं ने इस दौरान छात्रसंघ की राजनीति से बतौर भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजनीति के शिखर पर पहुंचे जेपी नड्डा की सफलता पर गर्व महसूस किया। जेपी नड्डा ने भी अपने सफलता का श्रेय अपने गुरुओं को दिया। कहा कि वो आज जहां भी हैं, अपने उन गुरुओं की बदौलत हैं, जिन्होंने कदम-कदम पर मार्गदर्शन किया।
जेपी नड्डा का बचपन और युवावस्था का अधिकांश समय पटना में बीता है। वजह कि हिमाचल प्रदेश के विलासपुर के मूल निवासी उनके पिता एनएल नड्डा पटना विश्वविद्यालय में कॉमर्स के शिक्षक थे। बाद में वह प्राचार्य भी हुए थे। 1980 में रिटायर होने के बाद उनके पिता परिवार सहित गृह राज्य हिमाचल प्रदेश आए तो फिर जेपी नड्डा ने कानून की पढ़ाई के लिए हिमाचल विश्वविद्यालय में दाखिला लिया। इसी दौरान वह विश्वविद्यालय छात्रसंघ के अध्यक्ष हुए थे।