मुजफ्फरनगर। यूपी के मुजफ्फरनगर जिले के सिसौली कस्बे के निवासी और भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत सपा और आरएलडी गठबंधन के उम्मीदवारों को जिताने की एलान से पलट गए हैं। अपनी अपील के 24 घंटे में ही टिकैत ने कहा कि हम चुनाव में किसी का समर्थन नहीं कर रहे। दरअसल, नरेश टिकैत ने शनिवार को एक मजमा जुटाया था और अपील की थी कि सपा और आरएलडी के उम्मीदवारों को हर तरीके से जिताया जाए। टिकैत की इस अपील पर काफी सवाल भी उठे थे। अब नरेश टिकैत ने कहा है कि जिस तरह का बयान दिया और अपील उन्होंने की, वैसी नहीं करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि हम कुछ ज्यादा ही बोल दिए थे और ये गलत था।
#WATCH | Uttar Pradesh: On his appeal to vote for SP-RLD alliance, BKU chief Naresh Tikait says, “I said something that I shouldn’t have. Kisan Samyukt Morcha is supreme & I’m not above it. If any candidate comes here, I will give my blessings but no one should seek endorsement.” pic.twitter.com/YIkjD9etrk
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 16, 2022
टिकैत ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ही सर्वोपरि है और अगर हम उससे अलग जाते हैं, तो वो हमें बाहर भी कर सकते हैं। नरेश टिकैत से जब मीडिया ने पूछा कि गठबंधन के उम्मीदवार तो उनसे आशीर्वाद लेने आए थे, इस पर उन्होंने कहा कि हमारे पास कोई नहीं आ रहा है। कल महागठबंधन वाले आए थे। किसान भवन पर भीड़ भी जमा थी। वहां हम कुछ ज्यादा ही बोल दिए। जो भी नेता आएगा, उसे हम आशीर्वाद देंगे। यहां आकर कोई वोट की बात न करे। आशीर्वाद लेकर लोग चुनाव लड़ें। हम किसी की भी अनदेखी नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि बीजेपी का कोई उम्मीदवार आया,तो हम उसे भी आशीर्वाद देंगे और चाय पिलाएंगे।
बता दें कि नरेश टिकैत के छोटे भाई राकेश टिकैत ने किसान आंदोलन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। राकेश टिकैत लगातार बीजेपी के खिलाफ बयानबाजी करते रहे। यहां तक कि जब किसान आंदोलन खत्म हो गया और राकेश टिकैत घर आने लगे, तो मेरठ-बुलंदशहर हाइवे पर तमाम ऐसे होर्डिंग लगे थे, जिनमें राकेश टिकैत के साथ ही सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और आरएलडी चीफ जयंत चौधरी की फोटो लगी थी। बाद में राकेश टिकैत ने कहा भी था कि अखिलेश यादव की तरफ से उन्हें चुनाव लड़ाने का ऑफर भी दिया गया था।