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Tussle: पंजाब कांग्रेस में फिर तनातनी के आसार, पूर्व अध्यक्ष जाखड़ ने सिद्धू को दिया झटका

sunil jakhar and sidhu

चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में फिर एक बार तनातनी के आसार हैं और इससे चुनाव से ठीक पहले पार्टी आलाकमान के लिए फिर मुश्किलों का पिटारा खुल सकता है। इस बार पेच फंसा है पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ और मौजूदा अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बीच। जाखड़ ने न्यूज एजेंसी एएनआई को इंटरव्यू दिया है। इसमें उन्होंने कहा है कि पंजाब में कांग्रेस किसी को भी सीएम फेस नहीं बनाएगी। जाखड़ पंजाब कांग्रेस की प्रचार समिति के अध्यक्ष हैं। वहीं, नवजोत सिंह सिद्धू कई बार खुद को सीएम उम्मीदवार के तहत पेश कर चुके हैं। सुनील जाखड़ ने सिद्धू के सपने को विराम देते हुए कहा कि पंजाब में कांग्रेस संयुक्त नेतृत्व के तहत मैदान में उतरेगी।

 

माना जा रहा है कि कांग्रेस ऐसा कदम उठाकर पंजाब में जातिगत समीकरणों को संतुलित करना चाहती है। उसका इरादा कलह को थामना भी है। पंजाब में सिख के अलावा बड़ी तादाद में हिंदू हैं और कांग्रेस में भी अलग-अलग बड़े चेहरे इन्हीं समुदायों से हैं। नेताओं की बात करें, तो जाखड़ खुद जाट हैं। सीएम चरणजीत सिंह चन्नी दलित हैं। डिप्टी सीएम सुखजिंदर सिंह रंधावा जाट सिख और दूसरे डिप्टी सीएम ओपी सोनी हिंदू हैं। इससे पहले सिद्धू और तब सीएम रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच तनातनी हुई थी। फिर सिद्धू के दबाव में कांग्रेस ने कैप्टन को हटा दिया था। कैप्टन ने अब पंजाब लोक कांग्रेस बनाकर बीजेपी और सुखदेव सिंह ढींढसा से हाथ मिलाया है।

पंजाब कांग्रेस में तनातनी अभी चल रही है। सिद्धू ने कई बार मौजूदा सीएम चन्नी की सरकार पर निशाना साधा है। बीते दिनों सिद्धू ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा था कि दूल्हे के बिना बारात का क्या मतलब है। उन्होंने कहा था कि संकट से बचने के लिए सीएम फेस होना जरूरी है। सिद्धू को डबल झटका देते हुए जाखड़ ने अब ये भी कहा है कि कांग्रेस ये सुनिश्चित करेगी कि एक परिवार से एक ही व्यक्ति चुनाव लड़े। सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर को कांग्रेस अगर टिकट देती है, तो इससे भी सिद्धू को झटका लगने वाला है।

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