News Room Post

BRO का कमाल, चीन सीमा तक जाने वाले रूट पर भारत ने एक और सड़क बनाई

नई दिल्ली। भारत-चीन सीमा विवाद के बीच बीआरओ ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। दरअसल अब चीन सीमा को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क पर आवागमन में रुकावट डालने वाली एक बड़ी बाधा दूर हो गई है। उद्घाटन के महीने भर के भीतर ही बीआरओ ने बूंदी नाले पर वैली ब्रिज तैयार कर दिया है। इस वैली ब्रिज की लंबाई करीब 100 फीट है।

इस ब्रिज से पहले लोगों को ग्लेशियर से निकलने वाले नाले से निकलने पड़ता था। जिस वजह से लोगों की जान को हमेशा खतरा बना रहता था लेकिन लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बीआरओ ने एक महीने में इस ब्रिज को तैयार किया है। जिससे सीमा पर रहने वाले लोगों को काफी फायदा होगा।

दरअसल नाले पर ब्रिज इसलिए बनाया गया है क्योंकि दिन के साथ ही इस नाले में पानी भी बढ़ने लगता है। इसी के चलते दिन में ये नाला उफान पर आ जाता था। जिसके चलते लोगो को काफी परेशानी होती थी ब्याज घाटी में रहने वाले लोगों के साथ चीन-नेपाल पर तैनात जवानों को भी काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था लेकिन इस ब्रिज के बाद लोगों को काफी राहत मिली है। तो साथ ही चीन-नेपाल सीमा पर तैनात सेना, आईटीबीपी और एसएसबी का रास्ता भी आसान हो गया है।

इस पुल का निर्माण बीआरओ के कर्नल सोमेंद्र बनर्जी की अगुवाई में हुआ है। इस पुल की मदद से अब कैलाश-मानसरोवर यात्रा में भी श्रद्धालुओं को आसानी होगी। बता दें कि बीआरओ ने कड़ी मेहनत के साथ चीन सीमा के पास लिपुलेख दर्रे तक 74 किलोमीटर की सड़क बनाई थी। हालांकि सड़क का कुछ काम अभी भी बाकि है लेकिन इस सड़क के बनने के बाद अब भारत और चीन सीमा का रास्ता सीधा हो गया है। बीआरओ के अधिकारियों का दावा है कि महीने भर के भीतर मालपा का पुल भी तैयार हो जाएगा।

Exit mobile version