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MP Danish Ali Suspended: बसपा सांसद दानिश अली पर गिरी गाज, पार्टी ने इस वजह से किया निलंबित

नई दिल्ली। पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता की वजह से अमरोहा से बीएसपी सांसद दानिश को बसपा ने बर्खास्त कर दिया है। पार्टी ने इसकी जानकारी अधिसूचना जारी कर दी है। दरअसल, संसद में कांग्रेस से नजदीकियां बढ़ाने की वजह से उनके खिलाफ उक्त कार्रवाई की गई है, क्योंकि बसपा नहीं चाहती थी कि दानिश अली कांग्रेस के किसी भी नेता के साथ कोई संबंध रखें। हालांकि, उन्हें इस संदर्भ में काफी पहले ही हिदायत दे दी गई थी कि वो कांग्रेस के सभी नेताओं से दूरी बनाकर रखें , इसी में उनकी भलाई है, लेकिन उन्होंने इन सुझावों को दरकिनार किया, जिसका नतीजा यह हुआ कि पार्टी द्वारा की गई इस कार्रवाई का सामना करना पड़ा।

बता दें कि बीते दिनों संसद के विशेष सत्र के दौरान चंद्रयान -3 की सफलता पर अपनी बात रखते समय बीजेपी सांसद रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली पर अपमाजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद पूरा विपक्ष एकजुट होकर दानिश अली के साथ खड़ा हुआ था। हालांकि, बीते दिनों संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान रमेश बिधूड़ी ने दानिश अली पर की गई अपनी अभद्र टिप्पणी को लेकर माफी मांगी ली थी। उधर, इस प्रकरण के बाद सभी विपक्षी दलों ने दानिश के प्रति अपनी एकजुटता प्रकट की थी। यही नहीं खुद राहुल गांधी दानिश से मिलने उनके अमरोहा स्थित आवास गए थे और उन्हें हर प्रकार की सियासी सहायता देने की पेशकश की थी, जिसके प्रति दानिश ने उनका आभार भी प्रकट किया था। इस बीच पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों में का सामना कर चुकी महुआ मोइत्रा का पक्ष दानिश अली ने लिया था। उन्होंने एथिक्स कमेटी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाया था।

यही नहीं, बीते शनिवार को जब एथिक्स कमेटी की सिफारिश पर आधे घंटे के चर्चा के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने महुआ मोइत्रा को संसद से निष्कासित कर दिया था, तब उस वक्त दानिश ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा था कि आज गांधी और अंबेडकर की आत्मा रो रही होगी। इसके अलावा दानिश ने यह भी कहा कि आज कुछ लोग कह रहे थे कि महुआ ने संसद की गरिमा को ठेस पहुंचाया है। लिहाजा मैं यहां एक सवाल पूछना चाहता हूं कि जब बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने मुझे पर विवादास्पद टिप्पणी की थी, तब क्या संसद की गरिमा को ठेस नहीं पहुंचा था, लेकिन अफसोस मेरे इस सवाल का जवाब किसी के पास नहीं है।

बसपा ने बयान जारी कर क्या कहा ?

वहीं , दानिश अली पर की गई इस कार्रवाई के बाद बसपा ने बयान जारी कर कहा कि कई सांसद महोदय को मौखिक तक समझाया गया कि वो पार्टी की नीतियों के विरोध में जाकर किसी भी प्रकार की बयानबाजी ना करें, लेकिन बार-बार समझाने के बावजूद भी वो नहीं माने और बदस्तूर बयान देते रहे। पार्टी उन्हें गत लोकसभा चुनाव में अमरोहा से टिकट देकर चुनाव लड़ाया था, जहां से जीतकर वो संसद पहुंचे , लेकिन संसद पहुंचने के बाद उन्होंने पार्टी की गरिमा का तनिक भी ध्यान नहीं रखा।

कैसे और कहां से शुरू हुई दानिश की कांग्रेस से नजदीकियां ?

रमेश बिधूड़ी द्वारा दानिश अली पर भरी संसद में की गई विवादास्पद टिप्पणी के बाद कांग्रेस ने दानिश के प्रति सहानुभूति दिखाना शुरू कर दिया। पहले खुद कांग्रेस नेता राहुल गांधी उनसे मिलने उनके अमरोहा स्थित आवास पहुंचे। जहां राहुल ने उन्हें गले लगाया और उन्हें हर प्रकार की मदद का भरोसा दिया। इसके बाद खुद यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय की दिल्ली में उनसे मुलाकात हुई। अजय ने भी उन्हें राहुल की तर्ज पर हर प्रकार की मदद का भरोसा दिया। इस बीच यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अंशु अवस्थी की भी उनसे मुलाकात हुई।

कौन है दानिश अली

2019 के लोकसभा चुनाव में दानिश अली को बसपा ने अमरोहा से टिकट थमाया था, जहां से उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी के प्रत्याशी को भारी मतों से पटखनी दी थी। दानिश मूल रूप से हापुड़ के रहने वाले हैं। उनके दादा भी महमूद अली विधायक और फिर 1977 में हापुड़ लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं। दानिश ने जामिया मिल्लिया इ्सलामिया यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है। उन्होंने अपने राजनीतिक सफर का आगाज जनता दल ( सेक्यूलर ) से किया था। जेडीयू ने उन्हें जनरल सेकेट्री की जिम्मेदारी सौंपी। वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले दानिश ने बसपा का दामन थाम लिया , जिसके बाद उन्हें अमरोहा से चुनावी मैदान में उतारा गया।

दानिश के पास कितनी है संपत्ति

वहीं, अगर दानिश के पास संपत्ति करें, तो उनके द्वारा दाखिल कराए गए हलफनामे के मुताबिक, उनके पास कुल 7 करोड़ 49 लाख की संपत्ति है। हालांकि, उनके पास पांच करोड़ की देनदारी भी है।

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