नई दिल्ली। मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए जम्मू-कश्मीर को लेकर दो तरह के गुटों का उदय हो चुका है। एक ऐसा गुट है, जो घाटी में अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के सकारात्मक नतीजों पर जोर दे रहा है, तो वहीं एक ऐसा गुट है, जो लगातार इस बात पर जोर दे रहा है कि अनुच्छेद 370 के निरस्त किए जाने के बाद घाटी में हालात बदतर हो चुके हैं। स्थिति विकराल हो चुकी है। लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है और इन सबकी जिम्मेदार अगर कोई है, तो वो केंद्र सरकार है। वहीं, इसी मुद्दे को लेकर पिछले एक सप्ताह से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हो रही है। अब आगामी दिनों में इसे लेकर कोर्ट का क्या रुख रहता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन उससे पहले आपको बता दें कि 27 साल बाद जम्मू-कश्मीर में मिस वर्ल्ड 2023 प्रतियोगिता का आयोजन होने जा रहा है। आखिरी भारत में इस प्रतियोगिता का आयोजन साल 1996 में हुआ था। इसी कड़ी में प्रतियोगिता को लेकर प्री इवेंट का आयोजन श्रीनगर में आयोजित किया गया था।
By spending just a few hours in Srinagar, Miss World Karolina Bielawska has DESTROYED the likes of @Ilhan Omar and their virulent Kashmir hypocrisy.
My take: pic.twitter.com/sVYD9Px8A8
— Shiv Aroor (@ShivAroor) August 29, 2023
इसी कड़ी में मिस वर्ल्ड कैरोलिना बिलावस्का श्रीनगर पहुंची। वैसे उन्होंने इससे पहले महज सुना ही था कि श्रीनगर को धरती का स्वर्ग कहा जाता है, लेकिन आज उन्होंने इसे अपनी आंखों से देखा भी लिया। उन्होंने श्रीनगर की खूबसूरती के शान कसीदे भी पढ़े जिसकी चर्चा अभी सियासी गलियारों में खूब हो रही है। उन्होंने श्रीनगर के खान-पीन और पोशाक का खूब लुत्फ उठाया। इस बीच उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज तक मैंने सिर्फ सुना ही था कि भारत के लोग अतिथ्य में निपुण होते हैं, लेकिन आज मैंने देख भी लिया। आप लोगों से मिलकर मेरा दिल गदगद हो गया। मुझे आप लोगों से मिलकर इतनी खुशी हुई है कि मैं इसे शब्दों में बयां भी नहीं कर सकता हूं। मुझे यहां घर जैसा महसूस कराया गया है। किसी ने भी परायापन या ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि मैं किसी पराए देश से आई हूं। वाकई में भारत एक अद्भुत देश है। यहां के लोग बहुत प्यारे हैं।
उधर, मिस वर्ल्ड ऑर्गनाइजेशन की चेयरपर्सन और सीईओ जूलिया मॉर्ले ने कहा कि हमने इस कार्यक्रम की मेजबानी के लिए भारत को कई बातों को ध्यान में रखते हुए चुना है ,चूंकि भारत में कई ऐसी खूबियां हैं, जो कि दुनिया के किसी भी देश में नहीं है, लिहाजा हमने सोचा कि इस तरह का कार्यक्रम भारत में होना चाहिए। वैसे भी पिछले कई सालों से भारत में इस तरह के कार्यक्रम नहीं हुए थे। बता दें कि बिलावस्का ने इस दौरान जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से भी मुलाकात की। इस दौरान बिलावस्का ने कश्मीर को लेकर प्राप्त हुए अपने सुखद अनुभव उपराज्यपाल से साझा किए।
ध्यान दें, वर्तमान में जम्मू-कश्मीर को लेकर दो तरह की तस्वीर सामने आ रही है। पहली तस्वीर में जहां बिलावस्का सरीखे लोग कश्मीर की दुनिया के समक्ष सकारात्मक तस्वीर पेश कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ इल्हान उमर सरीखे लोग भी हैं, जो एक प्रोपेगेंडा के तहत कश्मीर को लेकर पूरी दुनिया में झूठ फैला रहे हैं। बता दें कि बीते दिनों इल्हान उमर ने पाकिस्तान की आर्थिक मदद से पीओके की यात्रा की थी और कहा था कि वहां मानवाधिकारों का उल्लंघन किया जा रहा है। मौलिक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है। धारा 370 के निरस्त किए जाने के बाद स्थिति बेकाबू हो चुकी है। आलम यह है कि आम लोगों का जीना दुश्वार हो चुका है। इसके विपरीत यही इल्हान उमर पाकिस्तान की मौजूदा बदहाली को लेकर खामोश थी।
पाकिस्तान में जिस तरह से हिंदू और ईसाई अल्पसंख्यकों पर हमले हो रहे हैं। मंदिरों और चर्चों को निशाना बनाया जा रहा है। उस पर इल्हान उमर ने एक शब्द भी आज तक नहीं बोला, लेकिन एक विशेष प्रोपेगेंडा के तहत वो श्रीनगर पहुंची और वहां उन्होंने कश्मीर को लेकर पूरी दुनिया के सामने झूठ का प्रचार-प्रसार करने किया।