अलप्पुझा। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग NCPCR के नोटिस के बाद केरल के अलप्पुझा में पुलिस ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया PFI के कई कर्ताधर्ताओं पर केस दर्ज किया है। बच्चे को अपने कंधे पर बिठाकर रैली में ले जाने वाले शख्स को गिरफ्तार भी किया गया है। पुलिस के मुताबिक उसने धार्मिक विद्वेश फैलाने के आरोप में केस दर्ज किया है। इसमें पीएफआई के अलप्पुझा जिला अध्यक्ष, सचिव और अन्य लोगों को नामजद किया गया है। उन लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है, जो बच्चे को लेकर रैली में आए थे।
सोशल मीडिया पर 21 मई को हुई इस रैली के तमाम वीडियो आए थे। जिनमें एक शख्स के कंधे पर बैठा बच्चा हिंदुओं के लिए भड़काऊ नारेबाजी करता दिखा था। इस वीडियो में बच्चा कहता दिखा था कि अगर हिंदू न सुधरे, तो उनका हश्र खराब होगा। इस घटना की तमाम लोगों ने आलोचना की थी। उधर, केस दर्ज होने के बाद पीएफआई ने कहा है कि इस तरह की नारेबाजी संगठन की नीतियों के खिलाफ है। पीएफआई के प्रदेश सचिव सीए रऊफ ने कहा कि हमने अलप्पुझा रैली के लिए पहले से नारे तय कर रखे थे। हमने बच्चे का वीडियो देखा है। भड़काऊ नारे लगाना हमारी नीति नहीं है।
Case registered against PFI Alappuzha district President , secretary and other identifiable persons.
The person who was holding the child is taken into custody.@Neethureghu shares details with @ridhimb pic.twitter.com/jCtgyuWb2i
— News18 (@CNNnews18) May 24, 2022
रऊफ ने सफाई देते हुए कहा है कि इस तरह आगे न हो, इसके लिए संगठन कदम उठाएगा। बता दें कि पीएफआई की इस रैली से कुछ घंटे पहले बजरंग दल ने भी अलप्पुझा में शौर्य रैली की थी। जिसमें शामिल लोग नारे लगा रहे थे कि देश को राष्ट्रविरोधियों और सांप्रदायिक सोच वालों के हवाले नहीं किया जा सकता। दूसरी तरफ केरल बीजेपी ने पीएफआई और केरल कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया की आलोचना की है कि उसने बच्चे से जहरीले नारे लगवाए। बीजेपी ने रैली के आयोजकों पर कार्रवाई की मांग भी की है।