नई दिल्ली। सीबीआई ने नीट NEET परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी और पेपर लीक मामले की जांच शुरू कर दी है। सीबीआई ने इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। शिक्षा मंत्रालय ने नीट परीक्षा में हुई गड़बड़ी और पेपर लीक के आरोपों की जांच सीबीआई को सौंपी है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई अब इस मामले में हर कड़ी को जोड़ेगी। जांच एजेंसी इसके लिए डार्क वेब को भी खंगालेगी। दरअसल, देखा गया है कि इस तरह की गड़बड़ियों में डार्क वेब का काफी हाथ होता है।
मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और एमडी, एमएस वगैरा में दाखिले के लिए एनटीए की तरफ से नीट यूजी और नीट पीजी की प्रतियोगी परीक्षा कराई जाती है। पिछले दिनों एनटीए ने नीट यूजी परीक्षा कराई थी। इसके नतीजे आने के बाद से ही पेपर लीक और परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगना शुरू हो गया। इस हंगामे की शुरुआत उस वक्त हुई, जब मेरिट लिस्ट से पता चला कि एक ही सेंटर के कई छात्र टॉप पर आ गए। इसके बाद गुजरात पुलिस ने खुलासा किया कि नीट के एक सेंटर पर पैसा लेकर परीक्षा के बाद ओएमआर शीट भरकर जमा कराने का खेल चल रहा था। वहीं, बिहार में पेपर लीक का मामला सामने आ गया। इससे छात्र काफी नाराज हैं और आंदोलन कर रहे हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने नीट परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली है, लेकिन उन्होंने साफ कहा है कि परीक्षा रद्द नहीं की जाएगी। एनटीए के कामकाज को देखने के लिए उच्चस्तरीय कमेटी बनाने का एलान भी शिक्षा मंत्री ने किया है। वहीं, सुप्रीम कोर्ट भी लगातार नीट परीक्षा मामले में सुनवाई कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने विभिन्न हाईकोर्ट में दाखिल केस अपने पास ले लिए हैं। देश की सबसे बड़ी अदालत ने केंद्र सरकार और एनटीए से साफ कहा है कि अगर परीक्षा में 0.001 फीसदी भी गड़बड़ी हुई है, तो इसके दोषियों को सजा मिलनी चाहिए। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने भी एलान किया है कि अगर नीट परीक्षा में गड़बड़ी मिली, तो इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी।