बलरामपुर। यूपी पुलिस आज से जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसकी करीबी नीतू उर्फ नसरीन से पूछताछ शुरू करने वाली है। अवैध धर्मांतरण के आरोपी छांगुर बाबा और नसरीन की 7 दिन की पुलिस रिमांड बुधवार को कोर्ट ने मंजूर की थी। सूत्रों के अनुसार अब ये खुलासा हुआ है कि छांगुर बाबा ने नेपाल सीमा से लगे इलाके में जमीन खरीदने की तैयारी की थी। बलरामपुर के उतरौला स्थित अपने विशाल भवन में वो दवाखाना और मदरसा भी खोलने की तैयारी कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक यूपी एटीएस को शक है कि छांगुर बाबा ने 1500 महिलाओं का धर्मांतरण कराया। छांगुर बाबा को मानने वालों की संख्या 4000 के करीब बताई जा रही है।
यूपी एटीएस की जांच में ये भी पता चला है कि छांगुर बाबा के एक और करीबी नवीन वोहरा और नीतू उर्फ नसरीन पहले दुबई में कारोबार करते थे। वहां नवीन का स्विस बैंक खाता है। उस खाते में कई लेन-देन की जानकारी भी यूपीएटीएस को मिली है। अब उस खाते से हुए लेन-देन पर भी जांच एजेंसियों की नजर लग गई है। इससे पहले जानकारी मिली थी कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने बलरामपुर पुलिस से छांगुर बाबा के खिलाफ दर्ज एफआईआर की कॉपी भी ली है। ऐसे में छांगुर बाबा के खिलाफ ईडी की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू होने के भी आसार लग रहे हैं। कुल मिलाकर छांगुर बाबा, नीतू उर्फ नसरीन और नवीन के साथ ही उसके तमाम और चेले-चपाटों के लिए भी मुश्किल बढ़ सकती है।
छांगुर बाबा ने बलरामपुर के उतरौला स्थित जिस 3 बीघा सरकारी जमीन पर कब्जा कर 3 करोड़ की आलीशान कोठी बनाई थी, उसे भी बुलडोजर से ध्वस्त करने का काम जारी है। छांगुर बाबा ने इस कोठी में अपना सोलर पावर प्लांट लगवा रखा था। साथ ही उसने घोड़े और कई कुत्ते भी यहां पाल रखे थे। ये कोठी छांगुर बाबा ने नीतू उर्फ नसरीन के नाम कर रखी थी। पुलिस को जानकारी मिली है कि इस कोठी में छांगुर बाबा के गैंग के लोग रहते थे। इन सभी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई होने की भी संभावना है। पुलिस को जानकारी मिली है कि छांगुर बाबा पहले मुंबई में भीख मांगकर गुजारा करता था। पुलिस ऐसे में ये जांच कर रही है कि जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा इतना ताकतवर कैसे बन गया और किसके इशारे पर अवैध धर्मांतरण कराने लगा?