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छत्तीसगढ़ कांग्रेस में भी आपसी कलह!, पार्टी के ही विधायक का आरोप- TS सिंहदेव मेरी हत्या कर बनना चाहते हैं CM

रायपुर। पंजाब, राजस्थान जैसे राज्यों में कांग्रेस आपसी कलह से तो जूझ ही रही थी लेकिन अब कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ में भी आपसी विवाद खुलकर सामने आने लगा है। दरअसल राज्य के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव की मुख्यमंत्री बनने की लालसा ने पार्टी विवाद को सामने ला दिया है। अब पार्टी के ही एक विधायक ने उनपर आरोप लगाया है कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव मेरी हत्या करवाकर राज्य के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। बता दें कि यह आरोप कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने अपनी ही सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव पर लगाया है। उन्होंने यह आरोप अंबिकापुर में हमले के बाद लगाया है। बृहस्पति सिंह ने कहा है कि मेरी हत्या करवाकर मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। मुझपर अंबिकापुर में किया गया हमला भी इसलिए हुआ था। बृहस्पति सिंह ने कहा कि सिर्फ मेरी ही नहीं, बल्किृ मेरे जैसे कुछ और विधायकों की हत्या कभी भी हो सकती है।

बृहस्पति सिंह ने आरोप लगाया कि टीएस सिंहदेव सरजुगा में अपनी हिटलरशाही चलाते हैं। इस आरोप के बाद उनके घर पर बड़ी संख्या में कांग्रेस पार्टी के विधायक एकत्रित देखे गए। विधायकों ने उनके घर पहुंचकर उनका हाल जाना। आपको बता दें कि कल रात अंबिकापुर में विधायक बृहस्पति सिंह के ऊपर हमला हुआ था, जिसके बाद से प्रदेश की राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है।

बता दें कि बीते कुछ दिनों से छत्तीसगढ़ कांग्रेस में आपसी खींचतान मची हुई है। पिछले महीने टीएस सिंहदेव अपनी ही सरकार के एक फैसले का विरोध भी करते नजर आए थे। जिसको लेकर भारतीय जनता पार्टी ने बघेल सरकार पर हमला बोला है। दरअसल स्वास्थ्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी अनुदान पर निजी अस्पताल खोलने की योजना का विरोध किया था। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि जिस समय सरकार को पब्लिक सेक्टर को मजबूत करना चाहिए, उस समय पैसों की कमी के बावजूद सरकार निजी अस्पतालों को अनुदान क्यों दे रही है। और सरकारी अनुदान मिलने के बावजूद कोई निजी अस्पताल मुफ्त में ग्रामीणों का इलाज नहीं करेगा।

मालूम हो कि 26 जून को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधा दुरुस्त करने को लेकर निजी अस्पताल खोलने पर अनुदान देने की घोषणा की थी। इसी को लेकर टीएस सिंहदेव ने अपनी ही सरकार का विरोध किया था।

टीएस सिंहदेव के इस रूख पर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने एक ट्वीट करते हुए लिखा था कि भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) जी की अनुभवहीनता और आत्ममुग्धता का विरोध तो अब सरकार में मंत्री ही कर रहे हैं। उन्होंने कहा था कि गांवों में सरकारी अनुदान पर निजी अस्पताल खोलने के फैसले पर सरकार ही एकमत नहीं है तो फिर इससे स्वास्थ्य क्षेत्र का भला कैसे होगा? आखिर सच कौन बोल रहा है सीएम या स्वास्थ्यमंत्री?

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