नई दिल्ली। पाकिस्तान का सहयोगी चीन भारत पर दबाव बनाने में लगा हुआ है। चीन हर मुद्दे को की कोशिश कर रहा है। वो लगातार देश की सीमाओं को लेकर भारत की मुश्किलें बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। तो वहीं अब अरूणाचल प्रदेश को लेकर चीनी मीडिया के एक विवादित लेख में कहा गया है कि वो (चीन) अपने क्षेत्र को लेकर भारत से किसी भी प्रकार का समझौता नहीं करेगा। इसके साथ ही लेख में आगे कहा गया है कि युद्ध की स्थिति में चीन, भारत को हराने में कामयाब रहेगा। भारत के खिलाफ लिखा गया ये लेख चीन के प्रतिष्ठित ग्लोबल टाइम्स में छपा है। इसे लेख के बाद चीन के विदेश विभाग के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने भी इसे लेकर विवादित दिया। उन्होंने कहा कि चीन, अवैध रूप से बने तथाकथित अरुणाचल प्रदेश को किसी तरह की कोई मान्यता नहीं देता और वो उन दौरों का भी कड़ा विरोध जताता है जो अरुणाचल प्रदेश में भारत के उप-राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने किए हैं। यहां बता दें कि चीन अरूणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत का हिस्सा बताता है।
China doesn’t recognize the so-called Arunachal Pradesh illegally set by India and firmly opposes the recent visit of #India‘s vice president @MVenkaiahNaidu to the area: Chinese FM spokesperson Zhao Lijian. The area is called Zangnan in China. pic.twitter.com/YHU6kzzYry
— Global Times (@globaltimesnews) October 13, 2021
वहीं चीन के इस बयान के सामने आने के बाद भारत ने भी उसे मुंह तोड़ जवाब दिया है। भारत की ओर से चीन के खिलाफ दिए गए बयान में कहा गया है कि हमने चीन के आधिकारिक प्रवक्ता के बयान को देखा है। इस तरह के हर बयान को हम अस्वीकार करते हैं। भारत की ओर से अरूणाचल प्रदेश को भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग बताया गया और कहा कि जैसे भारतीय नेता देश के अलग-अलग राज्यों की यात्रा करते हैं उसी तरह से अरुणाचल प्रदेश राज्य की भी यात्रा कर सकते हैं। भारत ने चीन के भारतीय नेताओं की अरुणाचल प्रदेश यात्रा का विरोध करने को तर्क और समझ से परे बताया है।
हस्तियों को लेकर जताई थी आपत्ति
इससे पहले चीन ने अरुणाचल प्रदेश में आने वाली सभी हस्तियों को लेकर आपत्ति जताई थी। तिब्बती धर्म गुरु दलाई लामा, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और साल 2014 में पीएम मोदी द्वारा किए गए अरुणाचल प्रदेश के दौरे का भी चीन ने विरोध जताया था। चीन ने इसे लेकर बयान भी जारी किया था।