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Punjab Election 2022: चुनाव से पहले CM केजरीवाल की बढ़ी मुश्किलें, EC ने इस मामले में थमाया नोटिस

kejriwal

नई दिल्ली। बिल्कुल..बिल्कुल… सही कह रहे हैं आप…ये वही सीएम केजरीवाल हैं, जो आज कल पंजाब की आवाम को दुरूस्त कानून-व्यवस्था देने का वादा कर रहे थे, लेकिन इनकी बेमानी देखिए कि जहां एक तरफ ये सूबे की जनता को दुरूस्त कानून-व्यवस्था देने का वादा कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी तरफ खुद कानून व्यवस्था की ऐसी धज्जियां उड़ा रहे हैं, जिसे अगर आपने लिया, तो आपके होश फाख्ता हो जाएंगे। अब आपका सोच रहे होंगे कि भइया दिल्ली के सीएम और पंजाब में अपनी सियासी जमीन तलाशने में मसरूफ रहे केजरीवाल से भला ऐसी क्या खता हो गई कि आप पूरी वस्तुस्थिति से रूबरू कराने से पहले ऐसी हैरानजनक भूमिका बनाकर अपने पाठकों को खौफजदा करने का काम कर रहे हैं। तो आपको बता दें कि अपने आपको दिल्ली की जनता का दिल-ए-अजीज बताने वाले सीएम केजरीवाल पंजाब चुनाव में डोर टू डोर कैंपन के दौरान इतने मशगूल हो गए कि उन्होंने इस बात का पता ही नहीं लगा कि कब उन्होंने चुनाव आयोग द्वारा जारी किए दिशानिर्देशों को खाक मिला दिया है। चलिए, इससे पहले की आपकी यह जानने की आतुरता अपने चरम पर पहुंचे कि आखिर केजरीवाल से ऐसी क्या खता हुई है, उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर चुनाव को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने ऐसे कौन से दिशानिर्देश जारी किए हैं, जिसकी धज्जियां उड़ाने में केजरीवाल ने कोई कसर नहीं छोड़ी।

तो आपको पता ही होगा कि कोरोना का कहर अपने शबाब है, तो चुनाव आयोग ने चनाव प्रचार के दौरान पांच से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाई है। इसके अलावा तमाम चुनावी गतिविधियों को डिजिटल तरीके से अंजाम देने की हिदायत दी है। सार्वजनिक समारोह करने की इजाजत नहीं है। ज्यादा लोगों का मजमा लगाकर उनसे मुखातिब होने की कवायद पर पहले सी विराम लगाया जा चुका है। बहरहाल, पंजाब चुनाव के दौरान सीएम केजरीवाल ने जहां सभी नियमों का पूरी शिद्दत से पालन किया तो वहीं दूसरी तरफ एक नियम का पालन करने से चूक गए। जी हां…बिल्कल…ठीक पढ़ा आपने….बस एक नियन की अवहेलना की वजह उन्हें लेने के देने पड़ गए।

एसडीएम की तरफ से उन्हें नोटिस जारी कर 24 घंटे के भीतर जवाब देने के लिए कहा गया है। अगर उन्होंने 24 घंटे के भीतर कोई जवाब नहीं दिया, तो उन्होंने खिलाफ आगे कार्रवाई की जाएगी।  ऐसे में अगर आप यह सोच रहे हैं कि आम आदमी पार्टी की चुनाव प्रचार में असर पड़ सकता है, तो आप बिल्कुल ठीक ही सोच रहे हैं। खैर, अब देखना होगा कि सीएम केजरीवाल क्या 24 घंटे के भीतर जवाब देंगे या  आगे की प्रक्रिया का सामना करने के लिए अपने चारों खाने दुरूस्त रखेंगे। खैर, यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन उससे पहले आप यह जान लीजिए कि आखिर उनसे ऐसी क्या चूक हो गई थी कि उनके खिलाफ नोटिस जारी कर दिया गया है।

दरअसल, पंजाब के मोहाली में डोर टू डोर कैंपन के दौरान सीएम केजरीवाल अपने साथ 5 से ज्यादा लोगों को अपने साथ लेकर लोगों के घरों में दस्तक दे रहे थे और चुनाव आयोग ने अपने निर्देश में साफ कहा हुआ है कि पांच लोगों से ज्यादा लोगों के एकत्रित होने की मनाही है। लेकिन केजरीवाल चुनाव प्रचार करने में मशगूल उन्हें इस बात को बिल्कुल भी बोध नहीं रहा कि उन्होंने कब कहां और कैसे अपने साथ पांच से ज्यादा लोगों का काफिला लेकर सूबे की जनता रिझाने के लिए निकल पड़े। वो तो शुक्र है कि उन्हें नोटिस जारी कर इस बात का एहसास दिला गया कि पंजाब की सियासत में कुस्ती करने के दौरान गलत दांव इस्तेमाल कर पटखनी खा गए हैं।

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