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आजमगढ़ में दलितों पर हुए हमले, CM योगी ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश तो मायावती ने की तारीफ

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ में दलित लड़कियों से छेड़खानी करने पर जब उसका विरोध किया गया तो आरोपियों ने दलितों को बुरी तरह से पीटा। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना को संज्ञान में लेते हुए अपराधियों पर रासुका लगाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कहीं भी सांप्रदायिक या जातीय घटना हुई तो इंस्पेक्टर और सीओ के ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी। एसपी मामले को लेकर जवाबदेह होंगे।

आरोपियों पर 25 – 25 हजार का ईनाम

बता दें कि सीएम योगी की सख्ती के बाद महराजगंज थाना प्रभारी को सस्पेंड कर दिया गया है। जबकि परवेज, फैजान, नूरआलम, सदरे आलम समेत 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है, वहीं फरार सात आरोपियों पर 25 – 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया है। इस तरह की कार्रवाई के बाद अब बसपा सुप्रीमों मायावती इस एक्शन से खुश होकर योगी सरकार की तारीफ भी की है।

शनिवार को इसको लेकर मायावती ने तीन ट्वीट करते हुए योगी सरकार की तारीफ की और ऐसी घटना दोबारा ना होने की बात कही। अपने पहले ट्वीट में मायावती ने कहा कि, “यू.पी में चाहे आजमगढ़, कानपुर या अन्य किसी भी जिले में खासकर दलित बहन-बेटी के साथ हुये उत्पीड़न का मामला हो या फिर अन्य किसी भी जाति व धर्म की बहन-बेटी के साथ हुए उत्पीड़न का मामला हो, उसकी जितनी भी निन्दा की जाये, वह कम है।”

सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये

वहीं दूसरे ट्वीट में उन्होंने कहा कि, “साथ ही, चाहे इसके दोषी किसी भी धर्म, जाति व पार्टी के बड़े से बड़े नेता व कितने भी प्रभावशाली व्यक्ति क्यों ना हो, उनके विरूद्व तुरन्त व सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिये। बी.एस.पी का यह कहना व सलाह भी है।”

यू.पी के मुख्यमंत्री देर आये पर दुरस्त आये

योगी सरकार को लेकर मायावती ने कहा कि, “खासकर अभी हाल ही में आजमगढ़ में दलित बेटी के साथ हुये उत्पीड़न के मामले में कार्रवाई को लेकर यू.पी के मुख्यमंत्री देर आये पर दुरस्त आये, यह अच्छी बात है। लेकिन बहन-बेटियों के मामले में कार्रवाई आगे भी तुरन्त व समय से होनी चाहिये तो यह बेहतर होगा।”

क्या है मामला

आजमगढ़ जिले के महराजगंज कोतवाली क्षेत्र के एक गांव में एक समुदाय के लोग आने-जाने वाली दलित युवतियों के साथ छेड़छाड़ करते थे। युवतियों ने इसकी शिकायत अपने परिजनों से की, जिसकी शिकायत लेकर दलित वहां पहुंचे उसके बाद दोनों समुदायों के बीच झड़प व मारपीट हुई। इस मारपीट में लगभग दर्जन भर लोग घायल हो गए। इस घटना की जानकारी महाराजगंज थाना पुलिस को हुई, लेकिन आरोप है कि इंस्पेक्टर महराजगंज ने कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। सीएम की फटकार के बाद 12 आरोपी गिरफ्तार, महराजगंज थानाध्यक्ष सस्पेंड इस मामले को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान में लिया और एसपी को फटकार लगाते हुए दोषियों के खिलाफ एनएसए लगाने का आदेश दिया।

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