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CM योगी का निर्देश- सूबे में बनी रहे कोविड-19 से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या में तेजी से हो रही गिरावट पर संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था को बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण की दर में उल्लेखनीय कमी के बावजूद कोरोना का खतरा अभी समाप्त नहीं हुआ है। इसलिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सतर्कता बरतना आवश्यक है। मुख्यमंत्री योगी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड वैक्सीनेशन का कार्य सुचारु ढंग से सम्पन्न हो रहा है। उन्होंने टीकाकरण की इस प्रक्रिया को आगे भी भारत सरकार की गाइडलाइन्स और क्रम के अनुरूप संचालित किये जाने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत कराया गया है कि आज कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स का वैक्सीनेशन किया जा रहा है। हेल्थ वर्कर्स को कोविड वैक्सीन की सेकेण्ड डोज देने का कार्य 15 फरवरी, 2021 से प्रारम्भ किया जाएगा। प्रथम चरण में जिन हेल्थ वर्कर्स ने वैक्सीनेशन नहीं कराया है, ऐसे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को टीकाकरण हेतु अवसर प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश द्वारा ई-संजीवनी एप के माध्यम से देश में सर्वाधिक ऑनलाइन कंसल्टेशन प्रदान किये जाने पर संतोष व्यक्त किया है। उन्होंने इस सुविधा का व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश देते हुए कहा कि अधिक से अधिक लोगों को इसके माध्यम से ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराई जाए। बैठक में यह अवगत कराया गया कि प्रदेश में ई-संजीवनी एप के माध्यम से अब तक 5 लाख से अधिक व्यक्तियों द्वारा ऑनलाइन चिकित्सीय परामर्श प्राप्त किया गया है, जो कि देश में सर्वाधिक है। सीएम योगी ने निर्देशित किया कि सभी चिकित्सा संस्थान अपनी पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। जनरल ओपीडी, सर्जरी आदि विभिन्न उपचार प्रक्रियाओं को सुचारु ढंग से संचालित किया जाए। रोगियों को चिकित्सा सम्बन्धी सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं। यह सुनिश्चित किया जाए कि मरीजों को उपचार कराने में कोई असुविधा न हो।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 21 फरवरी से जेई वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू हो रही है। टीकाकरण के साथ-साथ बेहतर चिकित्सा व्यवस्था, शुद्ध पेयजल आपूर्ति तथा स्वच्छ भारत मिशन के तहत शौचालय निर्माण से वर्तमान में इंसेफलाइटिस से होने वाली मृत्यु दर में उल्लेखनीय गिरावट आयी है। सफलता की इस दर को आगे भी बनाए रखने में टीकाकरण की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने जेई वैक्सीनेशन का कार्य सुव्यवस्थित ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

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