News Room Post

UP: CM योगी ने निभाया वादा, कोरोना से जान गंवाने वाले 55 पत्रकारों के परिजनों को दी 10-10 लाख की मदद

CM Yogi Adityanath

लखनऊ। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपना वादा आज निभा दिया। उन्होंने कोरोना की वजह से जान गंवाने वाले यूपी के 55 पत्रकारों के परिजनों को 10-10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी है। इस तरह की मदद करने वाला यूपी पहला राज्य है। सीएम योगी ने इस साल पत्रकारिता दिवस पर कोरोना से जान गंवाने वाले पत्रकारों के परिजनों की हर संभव मदद करने का ऐलान किया था। इसी के तहत यूपी के सूचना विभाग के प्रमुख सचिव नवनीत सहगल और सूचना निदेशक शिशिर ने जान गंवाने वाले पत्रकारों की सूची जिला स्तर पर तैयार कराई थी। इसी सूची के आधार पर फिलहाल 55 पत्रकारों के परिजनों को मदद मिली है। कोरोना में दिवंगत पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक मदद देने के बाद सीएम योगी ने कहा कि पत्रकारों ने जान जोखिम में डालकर कोरोना काल में काम किया। इससे सरकार को सुनियोजित तरीके से काम करने में मदद मिली। उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद अब हमारे पास इससे लड़ने के लिए पूरी व्यवस्था है। यूपी टेस्टिंग में नंबर एक है और सभी 75 जिलों में आज वेंटिलेटर बेड हैं।

योगी ने कहा कि हमने देखा कई सम्पादक,पत्रकार, मीडिया जगत के बंधू इसकी चपेट में आये,जो दिवंगत हुए उनकी पूर्ति हम नहीं कर सकते, लेकिन एक संबल की जरूरत होती है, इसी लिए सरकार ने समय समय पर अलग अलग घोषणाएं की। आज पत्रकारों के साथ भी हम और सरकार खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि मीडिया अपने अनुसार कार्य करती रही है। उनके सुझावों पर लगातार हम विचार करते रहे हैं और उन सुझावों से समस्याओं का रास्ता निकालने में सहायता मिलती रही है। इससे समाज के अंतिम व्यक्ति को लाभ मिलने में सहायक होता है। जो बहुत तन्मयता से ये देखता है कि क्या कोई मेरे लिए भी सोचता है।

सीएम योगी ने कहा कि हमने सब के लिए कार्य किए। राज्यकर्मियों के लिए और भी सबके लिए, लेकिन मीडिया के लिए कुछ करने के लिए हमने रजत जी से बात की। हमने बिना दुराग्रह के बिना किसी भेदभाव के कार्य करने के लिए रजत जी के सहयोग के लिए आभार प्रकट करते हैं।

इससे पहले इंडिया टीवी के एडिटर इन चीफ और एनबीए के अध्यक्ष रजत शर्मा ने कहा कि यह भावुक क्षण है। योगी आदित्यनाथ जी का बहुत आभार व्यक्त करना चाहता हूं कि शोक में डूबे उन लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना दिखाई और एनबीए की तरफ से हमें शिरकत करने का मौका दिया। पूरे देश में पत्रकारों ने सिर्फ रिपोर्टिंग नहीं की लोगों को समझाने का भी काम किया। जब हाहाकार मचा तब खासतौर से उत्तर प्रदेश का जिक्र करना चाहूंगा कि जिस सख्ती के साथ इसपर काबू पाया वरना हालात बेकाबू हो सकते थे। ऐसी स्थिति आई कि पत्रकार बंधु भी संक्रमित हुए लेकिन पत्रकार बंधुओं ने अपना काम नहीं छोड़ा और कई को जान गंवानी पड़ी।

इन पत्रकारों के परिजनों को मिली मदद

-प्रमोद श्रीवास्तव
-शिव नंदन साहू
-सच्चिदानंद गुप्ता
-हिमांशु जोशी
-अंकित शुक्ला
-रफीकुर्रहमान रशीदी
-प्रेम प्रकाश सिन्हा
-धीरेंद्र धीर
-पवन मिश्रा
-हरिशंकर गुप्ता
-राकेश श्रीवास्तव
-मोहम्मद वसीम
-कुणाल श्रीवास्तव
-सलाहुद्दीन शेख
-ऊषा अग्रवाल
-राम नरेश तिवारी
-केके सिन्हा
-अरुण कुमार पांडेय
-रोहित सरदाना
-अजय शंकर तिवारी
-ओम प्रकाश जायसवाल
-मधुसूदन त्रिपाठी
-सुशीला देवी
-शफी अहमद
-मोहन शुक्ला
-सुभाष मिश्रा
-कौशल किशोर
-वकार मेंहदी
-अखिलेश कृष्ण मोहन
-अमरेंद्र सिंह
-सैयद गुफरान मियां
-कैलाशनाथ
-अजय शर्मा
-रवि प्रकाश अवस्थी
-अंकित श्रीवास्तव
-राजकिशोर तिवारी

Exit mobile version