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Yogi Government: पीएम जैसी चुस्त होगी सीएम योगी की सुरक्षा व्यवस्था, होंगे ये बदलाव

Yogi Adityanath Government

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मिल रही लगातार धमिकयों को देखते हुए यूपी कैबिनेट ने फैसला किया है कि सीएम योगी की सुरक्षा व्यवस्था को और टाइट किया जाएगा। गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से सीएम योगी को जान से मारने की लगातार धमकियां मिल रही हैं। इसी को देखते हुए सीएम योगी की सुरक्षा फ्लीट बदला जाएगा। यूपी कैबिनेट ने तय किया है कि मुुख्यमंत्री योगी सुरक्षा व्यवस्था और पुख्ता की जाएगा। इसके तहत सड़क मार्ग से यात्रा के दौरान उनकी फ्लीट और ज्यादा सुरक्षित होगी और कोई भी इसे भेद नहीं पाएगा। दरअसल, अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की तर्ज पर योगी की सुरक्षा की जाएगी। इसके लिए यूपी कैबिनेट ने शुक्रवार को बाई सर्कुलेशन पास किया है। सरकारी सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए शासन द्वारा अनुमोदित ग्रीन बुक (संशोधित संस्करण 2017) के निर्देशों के क्रम में उनकी सुरक्षा फ्लीट की संरचना तय की हुई है।


बता दें कि मुख्यमंत्री योगी को आतंकी खतरे की आशंका को देखते हुए उनकी सुरक्षा की समय-समय पर समीक्षा की जाती रही है। इससे पहले पिछले दिनों लोक भवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशे बुलेट प्रूफ करने का फैसला लिया गया था। यह सुरक्षा प्लान केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के सुझाव पर तैयार किया गया था।

इसी तरह गोरखनाथ मंदिर स्थित उनके आवास की सुरक्षा व्यवस्था भी और पुख्ता की गई है। वहां सीसीटीवी कैमरे लगवाए गए हैं। साथ ही बैरियर भी बढ़ाए गए हैं। इससे मंदिर और परिसर में स्थित योगी आदित्यनाथ के आवास की सुरक्षा और पुख्ता हो गई है।

बता दें कि हुए इस नए बदलाव में अब सीएम योगी के काफिले में चलने वाले अतिरिक्त वाहन की पोजीशन बदली जाएगी। दरअसल, अतिरिक्त वाहन इमरजेंसी के लिए रिजर्व रहता है और ये फ्लीट वाहनों के बीच ही चलता है। मौजूदा समय में पीएम मोदी की सुरक्षा में चलने वाले वाहनों में ही अतिरिक्त वाहन की पोजीशन बदली जाती है। इस खास बदलाव को सीएम योगी की सुरक्षा की ग्रीन बुक में दर्ज किया जाएगा।

कहा जा रहा है कि सुरक्षा मुख्यालय के अधिकारियों ने पीएम मोदी की सुरक्षा की ब्लू बुक के अध्ययन किया था जिसके बाद उन्होंने इस बदलाव की सिफारिश की थी। खबर के मुताबिक, इससे पहले साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा-व्यवस्था के लिए ग्रीन बुक का रिव्यू किया गया था।

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