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Bihar Communal Violence: ताबड़तोड़ हत्या की घटनाओं के बाद अब बिहार में हिंसा, मोतिहारी में महावीरी अखाड़े के जुलूस पर पथराव के बाद संघर्ष, 12 घायल

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मोतिहारी। बिहार में कानून और व्यवस्था की हालत तो पतली दिख ही रही है। बीते कुछ दिनों में बिहार में हत्या की ताबड़तोड़ घटनाएं बदमाशों ने की हैं। अब वहां दो पक्षों में उपद्रव की घटना भी हुई है। मामला मोतिहारी का है। जानकारी के मुताबिक मोतिहारी के 3 थाना इलाकों में दो पक्षों में जमकर संघर्ष हुआ। कई पुलिसकर्मियों समेत 12 लोग इन संघर्ष में घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक संघर्ष की शुरुआत महावीरी अखाड़े के जुलूस पर पथराव की घटना के बाद हुई। मोतिहारी के मेहसी, कल्याणपुर और दरपा थाना क्षेत्रों में दोनों पक्षों के बीच जमकर पथराव भी होने की खबर है। फिलहाल यहां बड़ी तादाद में पुलिसबल तैनात किया गया है। हालात नियंत्रण में बताए जा रहे हैं।

इस साल रामनवमी के मौके पर भी बिहार के सासाराम और बिहार शरीफ में हिंसा भड़की थी। बिहार शरीफ में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 1 युवक की मौत हो गई थी। वहीं, सासाराम से कई परिवारों ने पलायन किया था। खास बात ये है कि साल 2018 से 2022 तक बिहार में कहीं भी रामनवमी के मौके पर कभी हिंसा की कोई घटना नहीं हुई थी। इससे पहले साल 2018 में बिहार के औरंगाबाद में सांप्रदायिक हिंसा की बड़ी घटना हुई थी। तब औरंगाबाद में पथराव और जमकर आगजनी हुई थी। तमाम दुकानों को दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था। औरंगाबाद में सांप्रदायिक हिंसा की ये घटना रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद हुई थी।

बिहार में लगातार अपराध हो रहे हैं। लोगों का कत्ल किया जा रहा है। बीते दिनों एक इंस्पेक्टर को बदमाशों ने मार डाला। पत्रकार को घर से बाहर बुलाकर हत्या हुई। जमुई में दंपति को घर में घुसकर गोली मारी गई। एक रिटायर्ड टीचर को भी बदमाशों ने मार दिया। वहीं, दिल्ली के दौरे पर आए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने दावा किया कि बिहार में अपराध कम हो रहे हैं। उन्होंने मीडिया से कहा था कि वो आंकड़ों में खुद देख ले कि बिहार में जितने अपराध की बात कही जा रही है, उतनी नहीं हो रही हैं।

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