News Room Post

Nuh Communal Violence: नूंह में सांप्रदायिक हिंसा के मामले में गिरफ्तार कांग्रेस विधायक मामन खान नहीं दे रहे एसआईटी के कई सवालों के जवाब, 2 दिन की रिमांड पर हैं

maman khan nuh communal violence

नूंह। हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के मामले में गिरफ्तार कांग्रेस विधायक मामन खान एसआईटी की पूछताछ में तमाम सवालों पर चुप्पी बरते हुए हैं। मामन खान से शनिवार को एसआईटी ने नूंह पुलिस लाइन में 5 घंटे पूछताछ की। इस दौरान नूंह हिंसा में कांग्रेस विधायक के हाथ और सांप्रदायिक हिंसा भड़काने में शामिल रहे पाकिस्तान के यूट्यूबर्स से रिश्तों पर सवाल जवाब किए गए। हिंदी अखबार दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक मामन खान पाकिस्तानी यूट्यूबर्स से रिश्तों पर एसआईटी के तमाम सवालों से बचते नजर आए। एसआईटी ने नूंह के फिरोजपुर झिरका से कांग्रेस के विधायक मामन खान को गुरुवार राजस्थान के जयपुर और अजमेर के बीच से गिरफ्तार किया था। कोर्ट ने पुलिस को मामन खान की 2 दिन की रिमांड दी है।

अखबार के मुताबिक मामन खान से कांग्रेस के विधायक मोहम्मद इलियास और आफताब अहमद ने मिलने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने मुलाकात कराने से साफ मना कर दिया। एसआईटी ने ये भी मामन खान से जानने की कोशिश की कि वो 28 से 31 जुलाई के बीच कहां थे? हिंसा के अन्य आरोपियों से उनकी बातचीत हुई या नहीं, इस बारे में भी सवाल एसआईटी पूछ रही है। मामन खान ने कुछ सवालों के जवाब दिए और कई के नहीं दिए। मामन खान पर वीडियो जारी कर नूंह में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का आरोप लगा है। हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज ने आरोप लगाया था कि मामन खान 28 से 31 जुलाई के बीच जिन जगह गए, वहां सांप्रदायिक हिंसा भड़की।

नूंह में वीएचपी की बृजमंडल यात्रा के दौरान सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। मामन खान को पूछताछ के लिए एसआईटी ने दो बार समन भेजा था, लेकिन वो पेश नहीं हुए थे। जिसके बाद राजस्थान में छापा मारकर उनको गिरफ्तार किया गया। नूंह के अलावा गुरुग्राम और पलवल में भी हिंसा हुई थी। सांप्रदायिक हिंसा में हरियाणा के दो होमगार्ड समेत 6 लोगों की जान गई। दर्जनों गाड़ियों को भी उपद्रवियों ने फूंक दिया था। अब तक हिंसा के संबंध में 200 से ज्यादा लोगों को हरियाणा पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। तमाम आरोपियों के अवैध घर भी बुलडोजर से ढहाए गए। जिस पर बाद में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने रोक लगा दी थी। बुलडोजर कार्रवाई पर अभी हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है।

Exit mobile version