नई दिल्ली/हरिद्वार। योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि योग पीठ में भी कोरोनावायरस के संक्रमण की खबर आ रही है। खबर की मानें तो पतंजलि योगपीठ में 83 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। सूचना ये है कि बाबा रामदेव के अलग-अलग तीन संस्थानों से इतनी बड़ी संख्या में कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें से 46 कोरोना संक्रमित पतंजलि योग पीठ, 28 योग ग्राम और 9 कोरोना संक्रमित आचार्यकुलम में मिले हैं।
हालांकि इसके साथ ही ये दावा किया जा रहा है कि बाबा रामदेव के संस्थानों में कोई भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं है। दावा किया जा रहा है कि मीडिया में चल रही बाबा रामदेव के संस्थानों में कोरोना संक्रमितों के मिलने की खबरें गलत हैं। इसके साथ ही इस बात का भी दावा किया जा रहा है कि पतंजलि योगपीठ में प्रवेश से पहले ही सभी का कोरोना जांच किया जाता है। यदि कोई पॉजिटिव है तो उसे अंदर प्रवेश नहीं दी जाती है। बताया जा रहा है कि योगग्राम, निरामयम, आचार्यकुलम, पतंजलि आदि संस्थानों में कोई कोरोना संक्रमित नहीं है। इस सभी संस्थानों में मरीजों की कोरोना टेस्टिंग के लिए सेंटर हैं।
उधर, बाबा रामदेव ने स्वास्थ्य विभाग के बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि पतंजलि के किसी भी संस्थान में एक भी कोरोना रोगी नहीं है। योग और अपनी दवाओं के माध्यम से कोरोना को मात देने का दावा करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव के पतंजलि में आखिरकार कोरोना ने न केवल दस्तक दी, बल्कि खबर आ रही है कि महज डेढ़ माह के भीतर 115 लोगों को कोरोना पॉजिटिव कर दिया।
इस सब के बीच यह माना जा रहा है कि पतंजलि में कोरोना के मामले मिलने के बाद हरिद्वार के सीएमओ बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण से भी जल्द कोरोना टेस्ट कराने का आग्रह कर सकती है। लेकिन कोरोना के इस संक्रमण को लेकर बाबा रामदेव भले ही सभी दावे को सिरे से खारिज कर रहे हों पर उत्तराखंड सरकार की तरफ से जारी किए गए डिजास्टर मैनेजमेंट सर्विलांस की सूची में पतंजलि योग पीठ को कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है और उसका नाम इस पूरी लिस्ट में शामिल है।
हरिद्वार को लेकर उत्तराखंड सरकार की तरफ से जो लिस्ट जारी की गई है उसमें पतंजलि योगपीठ का भी नाम है। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या सूचना जो सरकार के द्वारा जारी की गई है वह गलत है या बाबा रामदेव और पतंजलि योगपीठ के द्वारा किया गया दावा झूठा है।