नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर धीमी होती दिखाई दे रही है। इसकी वजह से राज्य व केंद्र सरकार राहत की सांस ले रही है। हालांकि कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मौतों के मामले में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी अभी चर्चा का विषय बना हुआ है। बता दें कि कोरोना के चलते होने वाली मौतों को भी रिकॉर्ड से बाहर रखने का मामला सामने आया है। ऐसे में अब जब इन आंकड़ों को जांच कर दोबारा राज्यों द्वारा पेश किया गया तो इनमें काफी अंतर देखने को मिला है। भारतीय जनता पार्टी द्वारा महाराष्ट्र की उद्धव सरकार पर आरोप लगाया गया था कि महाराष्ट्र में पिछले डेढ़ साल से कोविड-19 मामलों में मौत की संख्या छिपाई जा रही है। हालांकि इस आरोप को राज्य सरकार ने पूरी तरह खारिज कर दिया। वहीं देश में कोरोना से होने वाली मौतों के मामले 8 राज्य ऐसे रहे, जिन्होंने अपने यहां एक दिन में होने वाली मौत के आंकड़ें से पूरे देश को चौंका दिया है। इसमें महाराष्ट्र का भी नाम शामिल है।
वहीं महाराष्ट्र के अलावा बिहार आगे-आगे चल रहा है। बता दें कि आरोप लगने के बाद महाराष्ट्र ने जून में कम से कम चार दिन 4 जून, 10 जून 11 जून और 16 जून को क्रमशः एक दिन में 1377, 1915, 2619 और 1409 कोरोना से मौत होने की जानकारी दी। बता दें कि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से संशोधित किए गए आंकड़ों के चलते मौत के आंकड़ों में तकरीबन 10 हजार मौतें जोड़ी गईं।
Maharashtra govt revised it’s Covid 19 death total progressive tally, adds new 10K Covid deaths. @NewIndianXpress @Sunday_Standard #COVID19India pic.twitter.com/LCd27JqwMt
— Sudhir Suryawanshi (@ss_suryawanshi) June 12, 2021
वहीं बिहार में भी मौत के आंकड़ों में तेजी के साथ बदलाव सामने आए हैं। बता दें कि बिहार ने 9 जून को एक ही दिन में ही अपने यहां 3,971 मौत होने की जानकारी दी। इसमें पहले से हुई मौत के आंकड़ों को शामिल किया गया था। इसके अलावा कुछ राज्य ऐसे भी हैं जहां 10 से 15 हजार नए मामले रिपोर्ट किए जा रहे हैं। केरल और तमिलनाडु में सबसे अधिक 14 हजार से 15 हजार नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में 10 से 11 हजार के बीच रिपोर्ट किए जा रहे हैं। कर्नाटक और आंध्र प्रदेश भी काफी पीछे नहीं है। यहां 8 से 9 हजार के बीच हैं। पश्चिम बंगाल में 4 से 5 हजार नए केस रोजाना आ रहे हैं।
ओडिशा में 5 से 6 हजार के बीच नए मामले दर्ज किए गए हैं। ऐसे में केवल इन 6-7 राज्यों की वजह से देश में इतने केस आ रहे हैं। अन्य राज्यों व केंद्र शासित प्रदेश में नए केस एक हजार से कम हैं।