नई दिल्ली। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), वारंगल के एक बायोटेक ग्रेजुएट ने कोरोनाकिट नाम से एक ऐसा किट तैयार किया है, जो लोगों को स्वच्छ रखने और वायरस का संक्रमण रोकने में कारगर साबित हो सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह किट खासतौर से वायरस संक्रमण के संभावित स्थानों के लिए बेहद उपयोगी है।
जामिया हमदर्द यूनिवर्सिटी के तहत आने वाली संस्था हमदर्द इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च की ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. रत्नप्रिया बताती है कि कोरोनाकिट एक ऐसा पर्सनल इक्विपमेंट किट है, जिसमें शामिल ग्यारह उपयोगी आइटम संकट की स्थिति में डॉक्टरों के लिए भी उपयोगी हो सकते हैं। एनआईटी वारंगल से बायोटेक्नोलोजी में ग्रेजुएट विकास कुमार ने यह कोरोनाकिट बनाया है।
इस कोरोनाकिट के संबंध मे एनआईटी, वारंगल के सहायक प्रोफेसर डॉ. असीम विकास ने कहा है कि वर्तमान परिदृश्य में इस तरह के उत्पाद की जरूरत है जिससे लोगों को वायरस के संक्रमण से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव में कोरोनाकिट काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
गौरतलब है कोरोना से निपटने के लिये युद्धस्तर पर पूरे देश में तैयारियां चल रही हैं इसी के चलते हाल ही में भारतीय सेना ने भी कोरोना के खिलाफ जंग लड़ने के लिये ‘ऑपरेशन नमस्ते’ लांच किया है। इस बारे में आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने ऑपरेशन नमस्ते पर जानकारी देते हुए कहा, ‘ ‘किसी भी तरह की छुट्टी पर पाबंदी लगाई गई है। 2001 में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान 8-10 महीने में कोई छुट्टी पर नहीं गया था। पराक्रम में भी हम विजयी निकले हैं, ऑपरेशन नमस्ते में भी कामयाब रहेंगे।’ भारतीय सेना के सुसंगठित ढांचे की तारीफ करते हुए आर्मी चीफ मुकुंद नरवणे ने कहा भारतीय सेना की आंतरिक खूबी है कि हम अपने सांगठनिक ढांचे और ट्रेनिंग की बदौलत तरह-तरह की आपातकालीन परिस्थितियों से आसानी से उबर कर निकले हैं। अब कोविड-19 से निपटने के लिए भी हम अपनी इसी क्षमता का इस्तेमाल करेंगे।