News Room Post

Covid19 Patients In India: देश में और बढ़े कोरोना के मरीज, जानिए किस राज्य में कितने लोगों को कोविड-19 वायरस ने जकड़ा और कितनों ने गंवाई जान?

Covid19 Patients In India: स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि दिल्ली में 60 साल की बुजुर्ग महिला कोरोना पॉजिटिव थी, लेकिन मौत की वजह आंत की समस्या रही। इसी तरह कर्नाटक के बेंगलुरु में कैंसर और टीबी से ग्रस्त 63 साल के बुजुर्ग ने कोरोना होने के बाद दम तोड़ दिया। इससे साफ होता है कि अगर कोई पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो उसे कोरोना से बचने के लिए उपाय अपनाने चाहिए।

CORONA 1

नई दिल्ली। देश में कोविड-19 यानी कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। ताजा आंकड़ों के मुताबिक देश में शनिवार तक कोरोना मरीजों की तादाद 3395 हो चुकी थी। जबकि, 24 घंटे में 4 और कोविड-19 के मरीजों ने दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से रविवार को जारी आंकड़ों के अनुसार कोरोना के सबसे ज्यादा 1336 मरीज केरल में हैं। महाराष्ट्र में 467, दिल्ली में 375 कोरोना मरीज हो चुके हैं। इसके अलावा गुजरात में कोविड-19 के मरीजों की संख्या 265 हो चुकी है। कोरोना के 234 मरीज होने के बाद कर्नाटक सरकार ने लोगों से मास्क पहनने, दूरी बनाने और सफाई रखने के लिए कहा है।

पश्चिम बंगाल में भी कोरोना के मरीज बढ़ रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार पश्चिम बंगाल में अभी 205 कोरोना मरीज हैं। जबकि, तमिलनाडु में 185 और यूपी में 117 लोगों को कोविड-19 वायरस ने अपनी गिरफ्त में लिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि बीते 24 घंटे में 1435 कोरोना मरीज ठीक हुए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया है कि दिल्ली में 60 साल की बुजुर्ग महिला कोरोना पॉजिटिव थी, लेकिन मौत की वजह आंत की समस्या रही। इसी तरह कर्नाटक के बेंगलुरु में कैंसर और टीबी से ग्रस्त 63 साल के बुजुर्ग ने कोरोना होने के बाद दम तोड़ दिया। इससे साफ होता है कि अगर कोई पहले से ही गंभीर बीमारी से पीड़ित है, तो उसे कोरोना से बचने के लिए उपाय अपनाने चाहिए।

इस बार कोरोना का प्रसार ओमिक्रॉन वैरिएंट के वायरस के ही सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 के कारण हो रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी डब्ल्यूएचओ ने NB.1.8.1 को वैरिएंट ऑफ मॉनिटरिंग माना है। पहले डब्ल्यूएचओ ने इसे वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट के तौर पर रखा था। वहीं, कोरोना वायरस के JN.1 वैरिएंट के मरीज पिछले कुछ साल में ज्यादा थे। JN.1 वैरिएंट में ही म्यूटेशन के बाद दो नए सब वैरिएंट NB.1.8.1 और LF.7 आए। JN.1 वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में कुछ म्यूटेशन यानी बदलाव देखे गए हैं। इसकी वजह से कोरोना वायरस के अन्य वैरिएंट्स की तुलना में NB.1.8.1 और LF.7 सब वैरिएंट अधिक संक्रामक हैं। ये दोनों सब वैरिएंट शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को पार कर लेते हैं। जिसकी वजह से वैक्सीन लगवाने वालों को भी कोरोना हो रहा है।

Exit mobile version