नई दिल्ली। गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट हादसे का शिकार हुई थी। इस हादसे में एयर इंडिया के विमान में सवार 241 यात्रियों समेत 275 लोगों की जान गई थी। सिर्फ एक यात्री विश्वास कुमार रमेश ही बच सके थे। अब इस विमान हादसे के बारे में ताजा अपडेट आया है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो यानी एएआईबी ने बताया है कि हादसे के शिकार एयर इंडिया विमान के ब्लैक बॉक्स में से कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर को सुरक्षित निकालकर उनका डेटा हासिल कर लिया गया है। अब कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर से डाउनलोड किए गए डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है।
कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में पायलट, को-पायलट के बीच और एटीसी से हुई सभी बातचीत रिकॉर्ड की जाती है। वहीं, फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर में विमान के यंत्रों के कामकाज, इंजन वगैरा से जुड़ा हर डेटा रिकॉर्ड रहता है। इनके विश्लेषण से पता चल सकेगा कि आखिर एयर इंडिया के विमान में ऐसा क्या हुआ था कि उड़ान भरने के बाद ही वो ऊंचाई नहीं पकड़ सका और अहमदाबाद के मेडिकल कॉलेज के मेस से टकरा गया। बता दें कि विमान ने 12 जून की दोपहर करीब 1.38 बजे अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल इंटरनेशनल से उड़ान भरी थी और कुछ देर में ही हादसे का शिकार हो गया था।
एयर इंडिया की फ्लाइट संख्या AI171 को संचालित कर रहे विमान को अहमदाबाद से लंदन के गैटविक एयरपोर्ट जाना था। एयर इंडिया का जो विमान हादसे का शिकार हुआ, वो उसी दिन दिल्ली से उड़ान भरकर अहमदाबाद पहुंचा था। दिल्ली से अहमदाबाद की उड़ान के दौरान एक यात्री ने वीडियो बनाया था। जिसमें दिखाया गया था कि एयर इंडिया के विमान में न तो एसी और न ही तमाम बटन काम कर रहे थे। एयर इंडिया के मुताबिक इस विमान के एक इंजन की अप्रैल में ओवरहॉलिंग की गई थी। ऐसे मौके करोड़ों में एक होते हैं कि विमान के दोनों इंजन एक साथ काम करना बंद कर दें। ऐसे में कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर की पड़ताल से ही पता चल सकेगा कि आखिर एयर इंडिया का विमान हादसे का शिकार क्यों हुआ था।