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Ludhiana Gas Leak: लुधियाना में गैस लीक से लोगों की मौत ने दिला दी भोपाल त्रासदी की याद, जब हजारों ने गंवाई थी जान

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नई दिल्ली। पंजाब के लुधियाना में गैस लीक होने से कई लोगों की मौत के बाद लोगों को 1984 में भोपाल में हुए गैस लीक की खौफनाक घटना याद आ गई है। दुनिया की उस सबसे खतरनाक औद्योगिक दुर्घटना में हजारों लोगों की जान गई थी। भोपाल में अमेरिकी कंपनी यूनियन कार्बाइड का कारखाना था। 3 दिसंबर 1984 की देर रात इस कारखाने से खतरनाक मिथाइल आइसोसाइनेट (एमआईसी) नाम की गैस एक टैंक से लीक हो गई। ये गैस हवा से भारी होती है। जहरीली मिथाइल आइसोसाइनेट गैस यूनियन कार्बाइड के कारखाने से लीक होने के बाद आसपास के इलाके में फैल गई। घरों में दरवाजे के नीचे और खिड़कियों की झिर्रियों से ये गैस लोगों तक पहुंची और हर तरफ मौत का तांडव खेल गई।

भोपाल गैस त्रासदी के अगले दिन शहर में ऐसा था मौत का मंजर।

देर रात जब यूनियन कार्बाइड के कारखाने से मिथाइल आइसोसाइनेट गैस लीक हुई, तब लोग नींद में थे। उनको संभलने का मौका नहीं मिला। रंगहीन और गंधहीन मिथाइल आइसोसाइनेट गैस जहां-जहां पहुंची, उन घरों में लोग तड़पे और जान गंवा बैठे। गैर आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक मिथाइल आइसोसाइनेट गैस से भोपाल में करीब 8000 लोगों की जान गई। 8000 अन्य की गैस की वजह से हुई बीमारियों की वजह से जान जाने की बात कही जाती है। हालांकि, सरकारी आंकड़ों में जान गंवाने वालों की संख्या 3787 बताई जाती है। साल 2006 में मध्यप्रदेश की तत्कालीन सरकार ने कोर्ट में दाखिल हलफनामे में माना कि मिथाइल आइसोसाइनेट गैस से 558125 लोग सीधे तौर पर प्रभावित हुए। 3900 लोग इस गैस की वजह से पूरी तरह अपंग हुए। जबकि, 38478 लोगों को गैस ने आंशिक तौर पर प्रभावित किया।

लुधियाना में गैस लीक होने के बाद इलाके में हड़कंप मच गया।

अब लुधियाना में हुए गैस कांड ने भोपाल की घटना की फिर याद दिला दी है। अभी ये पता नहीं चला है कि आखिर किराने की दुकान से कौन सी गैस लीक होकर जानलेवा बन गई। माना ये जा रहा है कि ये अमोनिया गैस की लीकेज से हो सकता है। जिस दुकान से गैस लीक होने की बात सामने आई है, उसका मालिक भी बेहोश मिला है। सवाल ये है कि आखिर किराने की दुकान में गैस क्यों रखी थी और ऐसा करने पर प्रशासन ने संबंधित शख्स के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की?

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